बात जब कमाई की हो रही हो तो बिजनेस की बात होना स्वभाविक है और जब बात बिजनेस की हो रही हो तो Franchise Business की बात होना भी लाजिमी है । वर्तमान में जब भी कोई व्यापारी अपनी कमाई करने के लिए कोई भी बिजनेस करने की सोचता है तो वह एक बार उस क्षेत्र में किसी प्रसिद्ध ब्रांड की फ्रैंचाइजी लेने के बारे में भी अवश्य विचार करता है।लोग इस ब्रांड को पहले से जानते हैं इसलिए उद्यमी को ग्राहक मिलने में ज्यादा कठिनाई नहीं होती है। यही कारण है की बिजनेस स्थापित होने के तुरंत बाद से ही उद्यमी की कमाई होना शुरू हो सकती है। और इन सबके अलावा ब्रांडेड कंपनी यानिकी फ्रेंचाइजर पहले से साधन संपन्न होते हैं इसलिए वे समय समय पर उद्यमी के बिजनेस को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम इत्यादि का आयोजन कराते रहते है।
यही कारण है की लोगों के मन में Franchise Business के बारे में जानकारी प्राप्त करने की उत्सुकता व्याप्त रहती है।
● फ्रैंचाइजी क्या है ●
फ्रैंचाइजी बिजनेस एक ऐसा बिजनेस होता है जिसमें कंपनी या बिजनेस का मालिक अपने बिजनेस लोगो, बिजनेस का नाम एवं बिजनेस मॉडल इत्यादि के अधिकारों को किसी थर्ड पार्टी ऑपरेटर को बेचता है। बिजनेस का मालिक जिस थर्ड पार्टी को यह अधिकार बेचता है उसे फ्रैंचाइजी कहा जाता है।
वर्तमान में फ्रैंचाइजी व्यापार करने का बेहद ही सामान्य तरीका है यही कारण है की किसी भी शहर में आपको कुछ न कुछ उद्यमी ऐसे अवश्य मिल जायेंगे जो अपनी कमाई करने के लिए Franchise Business कर रहे होंगे। इसलिए फ्रैंचाइजी को और अच्छे ढंग से समझने के लिए आप इसे उत्पाद या सर्विस वितरित करने की एक पद्यति भी कह सकते हैं।
इस फ्रैंचाइजी व्यवस्था में कम से कम दो पक्ष शामिल रहते हैं। पहला पक्ष फ्रेंचाइजर का है जो ब्रांड का ट्रेडमार्क, बिजनेस नाम, बिजनेस प्रणाली सब कुछ स्थापित करवा चूका होता है। दूसरे पक्ष में फ्रैंचाइजी जो आम तौर पर एक व्यक्तिगत व्यक्ति होता है जो फ्रेंचाइजर के बिजनेस नाम, लोगो, बिजनेस सिस्टम के अंतर्गत व्यापार करने का अधिकार प्राप्त करने के बदले रॉयल्टी या कुछ प्रारम्भिक शुल्क का भुगतान करता है।
● फ्रैंचाइज़ी का चुनाव कैसे करें ●
छोटी कंपनियों के फ्रैंचाइज़ी कम से से कम 2 लाख से लेकर 10 लाख तक आसानी से मिल सकती है। आप अपने बजट के अनुसार फ्रैंचाइज़ी का चयन कर सकते है इसमें आपको यह देखना होगा की जिस स्थान पर फ्रैंचाइज़ी ले रहे है क्या वहां आपका काम चल जाएगा या नही जिस प्रकार किसी काम को करने से पहले मार्किट ओर जगह मुआयना किया जाता है। उसी प्रकार फ्रैंचाइज़ी लेने से पहले आपको करना होगा। उसके बाद जिस कंपनी का आप फ्रैंचाइज़ी लेने जा रहे उसकी मार्केट वेल्यु कितनी है, क्या आप उसे आगे बढ़ा पाएंगे इन सभी बातों का ध्यान रखकर उस कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने का फैसला करे।
● फ्रैंचाइज़ी कंपनियों की मुख्य शर्ते क्या क्या होती है। ●
* जगह : फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए आपके पास पर्याप्त जगह की व्यवस्था होनी चाहिए।
* सिक्युरिटी मनी: कुछ कंपनिया अपना फ्रैंचाइज़ी देने के लिए सिक्युरिटी मनी रखवाती है। वो इसलिए ताकि यदि बिज़नेस फैल होने का डर आपको रहे ताकि आप हमेशा अच्छे से वर्क करते रहो।
समय: कुछ कंपनिया निश्चित समय के लिए फ्रैंचाइज़ी देते है तथा कुछ आजीवन,
योग्यता: फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए पढ़े लिखे होना जरूरी नही होता बस बिज़नेस कैसे किया जाता है इसकी अच्छी समझ होनी चाहिए, कुछ फ्रैंचाइज़ी जो कि शिक्षा ओर टेक्नोलॉजी से सम्बंधित होते है उनमें ग्रेजुएट होना जरूरी होता है।
* किन किन क्षेत्रों में फ्रैंचाइज़ी ले सकते है।
● खाद्य एवं पेय : मैकडोनल्ड कॉर्पोरेशन, डोमिनोज पिजा,बर्गर किंग,पिज्जा hut ,kfc, अमूल, विशाखा,कोका कोला,पेप्सी,फ्रूटी इनके अलावा भी बहुत से कंपनिया है।
● शिक्षा एवं ट्रेनिंग सेंटर : शिक्षा के क्षेत्र में Mothers pride, शैमरॉक स्कूल,किड्स गुरुकुल, dav ओर बचपन जिसे स्कूल फ्रैंचाइज़ी दे रहे है वही उच्च स्तर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉमर्स, एंड ट्रेड जैसे संस्थान हैं। और कंप्यूटर एजुकेशन के लिए भी एसटीसी टेक्नोलॉजी और एनिमेशन के लिए पिकासो डिजिटल मीडिया जैसे नाम शामिल हैं।
* स्वास्थ्य एवं सोंदर्य : जावेद हबीब हेयर एंड ब्यूटी, स्टूडियो11, केवा आयुर्वेद हेल्थकेयर, रेलुकिंग इत्यादि.
इनके अलावा रिटेल के क्षेत्र में किताबों की दुकान बुक कैफे, किड स्पेस, महिलाओं के ब्रांड स्वास्तिक, एक्वेरियम वर्ल्ड शॉप और ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र से जुड़ी डायागोल्ड जैसी कम्पनियां शामिल हैं।