पेमा खांडू भारत के सबसे युवा और अरुणाचल प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री है। 36 साल के पेमा खांडू ने नबाम तुकी की जगह मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला है। दिवंगत नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के बेटे पेमा पहले पर्यटन मंत्री थे। ये उन 20 बागी विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने नबाम तुकी के खिलाफ आवाज उठाई थी। बागी विधायकों की बदौलत ही इन्हें सत्ता हाथ लगी है। मुख्यमंत्री पद को संभालने के साथ ही पेमा देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए हैं।
★ पेमा खांडू का बचपन : पेमा खांडू का जन्म 21 अगस्त, 1979 को तवांग ज़िले के ज्ञांगखार गांव में हुआ था। यह मोनपा अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखते हैं। इनके पिता दोरजी खांडू जो पूर्व मुख्यमंत्री थे ।
★ पेमा खांडू की पढ़ाई लिखाई : पेमा खांडू ने दिल्ली के प्रतिष्ठित हिन्दू कॉलेज से स्नातक की पढाई की ।
★ पेमा खांडू का पारिवारिक जीवन : पेमा खांडू के दो बेटे और एक बेटी है।
★ राजनीति मे खांडू के कदम : खांडू अपने पिता की मौत के बाद राजनीति में उतरे। यह वर्ष 2000 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और वर्ष 2005 में अरूणाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा 2010 में तवांग ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने थे। पेमा खांडू को 2014 विधानसभा चुनावों में मुक्तो से फिर से निर्विरोध चुना गया था। 37 वर्ष में 17 जुलाई 2016 को इन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया। 16 सितम्बर 2016 को पेमा खांडू 43 सत्तापक्ष विधायकों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छोड़कर पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल होग गये और भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाई। 31 दिसम्बर 2016 को वह पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल के 33 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और सरकार का गठन किया। यह जापान, थाईलैंड, मकाउ, श्रीलंका, अमेरिका, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका और भूटान की यात्रा कर चुके हैं और कई सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े हैं। यह फ़ुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन और वॉलीबाल जैसे कई खेलों के शौकीन हैं।
★ खांडू ने संभाला मुख्यमंत्री पद : पेमा खांडू ने 36 वर्ष की आयु में 17 जुलाई 2016 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 16 सितम्बर 2016 को पेमा खांडू 43 सत्तापक्ष विधायकों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छोड़कर पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल होग गये और भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाई। 31 दिसम्बर 2016 को यह पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल के 33 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और सरकार का गठन किया।