शीघ्रपतन पुरुषों में होने वाली आम समस्या है। अक्सर शीघ्रपतन की मुख्या वजह शारीरिक कम मानसिक ज्यादा होती है! लोगों में दोनों या दोनों में से कोई भी एक समस्या हो सकती है। सेक्स के दौरान शुरुआती 3० सेकेंड से दो मिनट के बीच ही वीर्य निकल जाए तो इस स्थिति को शीघ्र पतन या प्रीमेच्योर इजेकुलेशन कहते हैं। शीघ्रपतन होने पर स्त्री संभोग का पूरा आनंद नहीं उठा पाती है, जिसके कारण पति-पत्नी दोनों में तनाव भी पैदा हो सकता है। इस स्थिति में पुरुषों में हीनभावना आ जाती है। वीर्य निकालने वाली नली में खुश्की के कारण जब कमजोरी आ जाती है, तब वीर्य-स्खलन जल्दी हो जाता है। इस स्थिति में वीर्य पतला तथा उसका रंग सफेद होता है। इस समस्या की वजह युवक के लिंग के ऊपरी भाग का अधिक संवेदनशील होना, कोई लम्बी बीमारी अथवा लम्बे समय से किसी दवाई का सेवन, अधिकतर समय शारीरिक संबंधों के बारे में सोचना, कोई चोट लगना, मानसिक बिमारी, ड्रग्स, या शरीर में हार्मोन से जुड़ी समस्या का होना भी हो सकता है।
Shighrapatan ke Lakshan ( शीघ्रपतन के लक्षण )
हेल्दी सेक्स रिलेशनशिप के लिए जरूरी है कि दोनों ही पार्टनर संतुष्ट हों, लेकिन शीघ्र पतन या अर्ली इजेकुलेशन (Early Ejaculation) की समस्या के चलते महिला को यौन संतुष्टि नहीं मिल पाती। वीर्य स्खलित होने के बाद पुरुष को तो आनंद की अनुभूति होती है मगर महिला शीघ्रपतन के चलते ‘क्लाइमेक्स’ तक नहीं पहुंच पाती, इससे वह तनाव का शिकार हो जाती है।
सही सम्भोग उसे कहते है जिसमे दोनों पार्टनर को कामकीड़ा में पूरा आनंद आये और चरम सुख प्राप्त हो मगर ऐसा हमेशा नहीं होता इसके कई कारण हो सकते जिसमे से एक शीघ्रपतन है वर्तमान समय में पुरुषों में ‘शीघ्रपतन’ का स्तर बढ़ता जा रहा है अपेक्षा से पहले वीर्य को हीं शीघ्रपतन कहते हैं। पीड़ित व्यक्ति पर इस समस्या का शारीरिक, मानसिक और सामाजिक परिणाम पड़ता हैं। अधिकतर शीघ्रपतन के मामलों में कोई विशेष कारण नहीं होता है शीघ्रपतन का इलाज बिलकुल मुमकिन है और रोगी से बात कर और विशेष व्यायाम/ क्रिया समझाकर और शीघ्रपतन रोकने के घरेलु उपाय को अपनाकर इसे ठीक किया जा सकता हैं।
यदि कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो शीघ्रपतन की समस्या से निजात पाई जा सकती है और अपनी सेक्स लाइफ को खुशहाल बनाया जा सकता है।
- सेक्स के लिए उचित समय और उचित स्थान का चयन करें। ऐसे स्थान का चयन करें जो दोनों सेक्स पार्टनर को आनंद की अनुभूति कराए।
- सेक्स संबंध बनाने में कोई जल्दबाजी न करें। साथ ही इस समय मन में किसी तरह का भय, चिंता, घबराहट नहीं होना चाहिए।
- संभोग की प्रक्रिया के पहले अपने पार्टनर को उत्तेजित करने में अधिक समय लगाएं। यदि इस दौरान इरेक्शन हो जाए तो भी चिंतित न हों। सेक्स करने में जल्दबाजी बिलकुल न करें। याद रखें एक स्त्री को उत्तेजित होने में पुरुष से ज्यादा समय लगता है।
- संभोग की प्रक्रिया शुरू करने के बाद बीच-बीच में रुकें और फिर शुरू करें। रुकने के दौरान अपने पार्टनर का चुंबन करें और उसके नाजुक अंगों को सहलाएं।
- यदि आपको डायविटीज की समस्या है तो उसे कंट्रोल करें साथ ही अल्कोहल का कम से कम सेवन करें। याद रहे अल्कोहल का ज्यादा सेवन आपकी सेक्स लाइफ के लिए नुकसानदायक है
- अपने पार्टनर से देर तक बातचीत करें और फोरप्ले पर भी ध्यान दें उसे उत्तेजित करें।
- योग की अश्विनी मुद्रा का अभ्यास करें। इससे आप सेक्स का समय बढ़ा सकते हैं। वज्रोली मुद्रा से भी सेक्स समय को बढ़ाया जा सकता है।
Symptom of Premature Ejaculation वीर्य-स्खलन का कारण
जब किसी कारणवश शरीर में रक्त तथा वीर्य उचित से अधिक मात्रा में बढ़ जाते हैं, तब भी वीर्य-स्खलन जल्दी हो जाता है। ऐसी स्थिति में वीर्य न अधिक गाढ़ा होता है और न अधिक पतला परन्तु लिंग में कड़ापन अधिक होता है।
किसी भी प्रकार का नशा न करें। नशा आपकी सेक्स पावर को घटाता है। तनाव न लें। बहुत से लोग इसी तनाव से ग्रस्त रहते हैं कि पता नहीं वे अपने साथी को खुश कर पाएंगे या नहीं। शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है। खुद पर यकीन रखें।
वीर्य-नली में सुस्ती अथवा ढीलापन आ जाने से वह वीर्य रोक पाने में असमर्थ हो जाती है, ऐसी स्थिति में वीर्य अपने आप निकल जाता है।
वीर्य-वर्द्धक औषधियों के सेवन से जब शरीर में अधिक वीर्य जमा हो जाता है, तब मैथुन के समय वह शीघ्र तथा अधिक परिमाण में निकलता है। ऐसा वीर्य न अधिक गाढ़ा होता है और न अधिक पतला।
कई लोग कहते हैं कि हस्तमैथुन करने से पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या देखने को मिलती है। उन्हें क्लाइमेक्स तक पहुंचने की जल्दी होती है जिस वजह से यह समस्या देखने को मिलती है। हालांकि इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं।
दिल, दिमाग, पैंक्रियाज या किडनी आदि की समस्या होने पर वीर्य-स्खलन शीघ्र होता है।
डायबिटीज जैसी बीमारियों का प्रभाव नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। तंत्रिका प्रणाली पर असर होने के चलते लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं जिससे ये समस्या हो सकती है। इसके अलावा ड्रग्स वगैरह लेने पर भी ये समस्या हो सकती है।
मानसिक तनाव स्वास्थ्य के लिए किसी भी तरह से ठीक नहीं। इसका असर शारीरिक स्वास्थ्य के साथ सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है।
शीघ्रपतन के लक्षण (symptom of Premature Ejaculation)
- इस बीमारी में उत्तेजना के कुछ सेकेण्ड या मिनट के भीतर में स्पर्म का शंखलन हो जाता है
- सेक्स प्रक्रिया शुरू होते ही ख़त्म हो जाती है
- यौन उतेजना में कमी आती है
- संभोग क्रिया शुरू होते ही वीर्यपतन हो जाता है
शीघ्रपतन होने के कारण (शीघ्रपतन kyo hota hai )
शीघ्रपतन शारीरिक समस्या के साथ साथ मानसिक समस्या होता है जिससे पुरुषो में हीन भावना उत्पन होने लगता है इस समस्या का सबसे बड़ा कारण मानसिक तनाव होता है जिसमे आपके हार्मोन जैसे टेस्टेरोन हार्मोन असंतुलित हो जाता है और शीघ्रपतन की समस्या उत्पन हो जाती है
मानसिक कारण से शीघ्रपतन दोष:
- शीघ्रपतन का सबसे बड़ा कारण मानसिक तनाव होता है
- अपने सेक्स partner से रिश्तों से संबंधी समस्याओं के कारण भी शीघ्रपतन की समस्या उत्पन हो जाती है
- जरुरत से ज्यदा चिंता करना भी शीघ्रपतन का कारण हो सकता है
- यौन अनुभव की शुरुआती दिनों में भी शीघ्रपतन होता है।
- जिन लोगो में स्तंभन दोष पाया जाता है उनमे शीघ्रपतन की समस्या ज्यादा होती है
शीघ्रपतन होने का मनोवैज्ञानिक कारण:
- अगर आपके शारीर में हार्मोन्स (Testerone harmone) असमान्य होता है तो आप शीघ्रपतन का शिकार हो सकते है
- शीघ्रपतन की समस्या आनुवांशिक भी होती है
- अगर आपके प्रोस्टेट ग्रन्थि (Prostate Gland) में संक्रमण होता है तो आप शीघ्रपतन का शिकार हो सकते है
शीघ्रपतनके अन्य कारण :
- ज्यदा मात्रा में नशीली पदार्थ जैसे अफीम ,चरस, LSD का सेवन करना होता है
- अधिक मात्रा में शराब और सिगरेट का सेवन करना
- एंटीबायोटिक दवा का अधिक मात्र में लेना
- जंकफूड जैसे पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री,सोडा और कोल्द्द्रिंक का आदि मात्रा में खाना
शीघ्रपतन के इलाज के लिए घरेलू उपचार shighrapatan ka gharelu ilaj
जड़ी-बूटियों: जड़ी-बूटियों से अशवगन्द, बाला और विदरी को समान भागों में मिलाकर गर्म दूध के साथ लेने से काफी लाभ मिलता है. कुछ अन्य आवश्यक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी, जो समय से पहले स्खलन के इलाज में मदद करती हैं. इसमें स्पीमन की गोलियां, असपारगस, जतिफला, लहसुन और ड्रमस्टिक्स शामिल हैं.
आहार में परिवर्तन:
आयुर्वेदिक सिद्धांतों के अनुसरण में, शीघ्रपतन के इलाज के लिए कई आहार परिवर्तन आवश्यक हैं. अनाज, मछली, केला, नट्स, सलाद, शेलफिश और सब्जियां जैसे सौंफ़, प्याज और अजवाइन जैसे खाद्य पदार्थों का उपभोग करें.
जीवनशैली में बदलाव:
आयुर्वेदिक सिद्धांतों का दृढ़ता से कहना है कि आपको समय से पहले स्खलन की रोकथाम के लिए पूरी तरह से धूम्रपान छोड़ने की आवश्यकता है. आपको यौन गतिविधियों से दूर रहने की भी आवश्यकता है और इसे बहुत अधिक हस्तमैथुन से बचना चाहिए.
केसर और दूध:
आयुर्वेद में दूध बहुत जरूरी माना जाता है. समय से पहले स्खलन के इलाज के लिए यह काफी प्रभावी होता है. इसके लिए बादाम को रात में भिखो कर रखें और अगले दिन सुबह गर्म दूध के साथ मिश्रित कर इसका सेवन करने से लाभ मिलता है. आप इसमें इलायची और अदरक को को भी मिला सकते हैं.
आयुर्वेदिक मसाज:
आप समयपूर्व उत्सर्जन के इलाज के लिए एक विशेष पत्ती बंडल आयुर्वेदिक मालिश कर सकते हैं. इस तकनीक को एलाकिज़ी कहा जाता है.
योग:
समय से पहले स्खलन के इलाज के लिए नियमित योग आवश्यक है. कई योग जैसे अर्वंग आसन, मछली या मत्स्य आसन और हला आसन किए जाते है. यह सभी शीघ्रपतन के लिए फायदेमंद होते हैं.
हरा प्याज बीज:
शीघ्रपतन की समस्या से निजात पाने के लिए हराप्याज़ सबसे बेहतर उपये है। हरे प्याज के बीजों को पीस लें और पानी में मिलाएं और इसके मिश्रण को सुबह, दिन और रात में भोजन करने से पहले पी लें और इस प्रक्रिया को एक महीने तक दोहराए
भिंडी पाउडर :
अगर आप एक चमच भिन्डी powder को दूध में मिला के सोने से पहले पिए तो एक महीने में आपको फर्क दिखने लगेगा
लहसुन:
किसी भी प्रकार की सेक्स समस्या को दूर करने के लिए, लहसुन रामबाण होता है । प्रतिदिन आप 3 से 4 कच्चे लहसुन की कलियों का सेवन करते है तो शीघ्रपतन से राहत मिलेगी
शतावरी:
शतावरी पौधे की जड़ों को दूध में उबाल कर पिए इससे आपकी शिश्न की मांसपेशियों को मजबूत होगी और शीघ्रपतन की समस्या से निजत पायेगे
अश्वगंधा:
अगर आप 5 ग्राम अश्वगंधा पाउडर को उतनी ही मात्रा में मिश्री मिलाएं और गुनगुने दूध के साथ एक बार सुबह और एक बार शाम में लेते है तो आप शीघ्रपतन की समस्या से रहत पा सकते है
तरबूज:
तरबूज के अंदर फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जो सेक्स ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है अगर आप तरबूज को नमक और अदरक मिला कर सेवन करगे तो आपको काफी रहत मिलेगी
अदरक-शहद का मिश्रण :
रात को सोने से पहले एक चम्मच अदरक पीस लें और उसमें आधा चमम्च शहद मिला के खाए। यह मिश्रण शरीर में गर्मी पैदा करेगा, जिससे रक्त का प्रवाह बेहतर होगा और शीघ्रपतन की समस्या से रहत मिलेगी
उड़द दाल की खिचड़ी:
अगर आप रोज सुबह उड़द दाल और चावल की खिचड़ी खाने के बाद एक गिलास दूध पी लेते है तो एक महीने में आपको फर्क दिखेगा