संतरे में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होती है. इसके साथ ही इसमें विटामिन ए, बी कॉप्लेक्स, फ्लेवोनॉयड, अमिनो एसिड के अलावा भी कई फायदेमंद तत्व होते हैं.
ठंडे इलाकों में होने वाला रसीला फल संतरा खाने से बहुत सारे लाभ होते हैं। संतरा नारंगी, निम्बू और आंवले की तरह विटामिन सी का भरपूर स्रोत है। संतरे में न सिर्फ विटामिन सी पाया जाता है बल्कि इसके अलावा इसमें विटामिन ए, विटामिन बी, फॉस्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन और ग्लूकोज़ अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
संतरा न सिर्फ भारत में ही बल्कि पुरे विश्व में पाया जाने वाला फल है। संसार में अलग-अलग जगहों में भांति-भांति के संतरे पाए जाते हैं। यह हमारे शरीर को फिट तो रखता ही साथ ही कई सारी बीमारियों को भी दूर भगाता है। यह गर्मियों में शरीर को तरोताजा करने के काम आता है और सर्दियों में शरीर को एनर्जी देने में काम आता है। संतरे के जूस पीने से हमारे शरीर को बहुत सारे फायदे हैं। संतरा को हम जूस बनाकर उसके रस को पी सकते हैं इसके अलावा संतरे के छिलके आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों को बनाने के लिए काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके छिलके जितने कड़वे होते हैं उतने ही बिमारियों को दूर भागने में मददगार होते हैं।
Benefit of Eating Orange संतरे के फ़ायदे
संतरे के फायदे कैंसर से बचाये : संतरे में मौजूद साइट्रस लिमोनोइएड्स कई प्रकार के कैंसर से लड़ने में मदद करता है। विटामिन सी की मौजूदगी के कारन यह एंटी-ऑक्सीडेंट का अच्छा खाशा स्रोत है, जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स सेल्स से बचता है। पशु और मानव कोशिकाओं के परीक्षणों में, शोधकर्ताओं ने साबित कर दिया कि संतरा मुंह, त्वचा, फेफड़े, स्तन, पेट और बृहदान्त्र के कैंसर से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
संतरा खाने से लाभ प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करे : खट्टे फल वर्तमान समय में सेहत को स्वस्थ रखने के लिए शानदार तरीके हैं। इसका प्रमुख कारण है कि ये विटामिन सी से भरे होते हैं जो सफ़ेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में सहायक होते हैं जिनके जरिये बहुत सी बिमारियों का निवारण आसानी से हो जाता है जिनमे se वायरस, वैक्टीरिया प्रमुख हैं। संतरे में विटामिन ए, फोलेट और तांबे, पोषक तत्व होते हैं जो टिप-टॉप आकार में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में विटामिन सी की सहायता करते हैं।
संतरे के लाभ गुर्दा की पथरी कम करने में मदद करे : संतरे में पाए जाने वाला साइट्रिक एसिड पेशाब से समन्धित और गुर्दे में होने वाले पथरी के लिए रामबाण इलाज है। एक हालिया अध्ययन से पता चला है की संतरे का रस दर्दनाक गुर्दे के पथरी को रोकने में कामयाब है। संतरे में पाए जाने वाला उच्च स्टार के पोटेशियम गुर्दे से हानिकारक मुक्त कानो को बहार करने में मददगार होता है जिससे पथरी जैसी समस्या आसानी से दूर होती है।
संतरे का उपयोग हृदय के लिए लाभकारी : जिन लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उनके लिए संतरा खाना बहुत फायदेमंद होता है। संतरे में पाए जाने वाले पोटेशियम, फोलिक एसिड, कैल्सियम कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल में रखते हैं। संतरे में पाए जाने वाला फ्रुक्टोज, डेस्क्टरोज जैसे मिनरल्स शरीर में एनर्जी बढ़ाते हैं जो दिल और दिमाग को नयी ताजगी प्रदान करते हैं। दिल के रोगी के लिए संतरे के जूस में शहद मिलकर पीला दें तो बहुत फायदा होता है।
संतरा खाने के फायदा दांतों को करे रोगरहित और मजबूत : संतरे में मौजूद विटामिन A और विटामिन सी दांतों में रोग लगने से बचता है इससे आपके दांतों पर कोई भी कीड़ा नहीं लग सकता है। इसके सेवन से दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं। अगर आपके दांत या मसूड़े में कोई समस्या है तो आप रोजाना संतरे का सेवन करे कुछ ही दिनों में आपको रहत दिखनी लगेगी।
संतरे के फायदे अल्सर में : न सिर्फ संतरा पेट के कैंसर को रोकता है बल्कि यह पेट में दर्द से पीड़ित अल्सर को रोकने में मदद करता है। पेट का अल्सर पीड़ादायक घाव है जो पेट और पाचन क्रिया के साथ हानिकारक प्रभाव डालता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ न्यूट्रिशन के जर्नल में एक अध्ययन में पाया गया कि विटामिन सी में उच्च आहार वाले लोग विटामिन सी की कमी वाले लोगों की तुलना में अल्सर से काम प्रभावित थे। एक नारंगी विटामिन सी का 89% तक होता है।
संतरे के उपयोग त्वचा के लिए फायदेमंद : उम्र बढ़ते ही आदमियों में झुर्रियां होनी शुरू हो जाती हैं जिनके लिए संतरे में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट काफी प्रभावी होता है। संतरे का रस और छिलका स्किन पर होने वाले दाग-धब्बों और मुहांसे को दूर करने में काफी मददगार होता है। इसके इस्तेमाल से आप अपनी त्वचा को गोरा और मुलायम बना सकते हैं।
संतरे का उपयोग करें उच्च रक्तचाप को कम करने में: संतरे में पाया जाने वाला हेपरिडीन फ्लैवनोन उच्च रक्तचाप को कम कर सकता है। चेतावनी का एक शब्द: यदि आप इस फ़िऑनट्रियटिस के कार्डियोवस्कुलर लाभ चाहते हैं, तो अपने संतरे का रस न लें। हरपरिडिन आंतरिक नारंगी मांस और बाहरी त्वचा के बीच सफेद मार्जिन भाग में स्थित है।
कब न खाएं संतरा :
पाचन की समस्या : खाने के बाद संतरा जहां भोजन को पचाने में मदद करता है वहीं खाने से पहले संतरे का सेवन भूख को बढ़ाने में मदद करता है, लेकिन इसका ज़्यादा मात्रा में सेवन आपकी पाचन क्रिया पर सीधा असर डालने लगता है. दरअसल संतरे में अधिक मात्रा में फाइबर होता है, ज्यादा फाइबर आपकी पाचन क्रिया को प्रभावित करता है. इस वजह से पेट में दर्द और दस्त जैसी समस्या पैदा हो सकती है.
ब्लड शुगर लेवल में होता है नुकसान : बहुत सारे लोग अपने दिन की शुरूआत संतरे के जूस के सेवन से करते हैं, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं. ज्यादा संतरे का जूस पीने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है. ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को संतुलित बनाए रखने के लिए ऑरेंज जूस का कम मात्रा में सेवन करना चाहिए.
वजन बढ़ने की हो सकती है समस्या : ज्यादा संतरे के जूस के सेवन ने वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है. संतरे में मौजूद कार्बोहाइड्रेट हमारे खून में ग्लाइसेमिक इंडेक्स के लोड को बढ़ा देता है. जो कि आपके वजन को बढ़ा देता है. इसके ज्यादा मात्रा में सेवन से शरीर में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ती है और ज्यादा भूख भी लगती है. ऐसे में ज़्यादा भूख का परिणाम आपके बढ़े हुए वजन के रूप में सामने आती है.
एनर्जी लेवर अनियंत्रित हो जाता है : ज़्यादा मात्रा में संतरे का जूस आपको इंस्टेंट एनर्जी देता है. आप एनर्जी कम होने की स्थिति में हमेशा से इसका सेवन करने लगते हैं. ऐसे में एनर्जी लेवल अनियंत्रित हो जाता है. एनर्जी के लिए आप संतरे के जूस के ऊपर डिपेंड होने लगते हैं.
दांतों से संबंधित हो सकती है परेशानी : दांतों के लिए ज़्यादा संतरे का सेवन हानिकारक होता है. दांतों की इनेमल सुरक्षा करता है. लेकिन संतरे में मौजूद एसिड दांतों के इनेमल में मौजूद कैल्शियम से मिलकर रिएक्शन करने लगता है. जिसकी वजह से दांत वैक्टीरियल इन्फेक्शन से प्रभावित हो जाते हैं. जिसकी वजह से दांतों में कैबिटी समेत अन्य समस्याएं होने लगती हैं.
ऑस्टियोपोरोसिस की हो सकती है समस्या : शरीर में विटामिन सी कैल्शियम मैटाबॉलिज्म के लिए जरूरी है लेकिन एक हद तक. ज़्यादा मात्रा में कैल्शियम के सेवन की वजह से आपकी हड्डियां भी कमजोर हो सकती है. क्योंकि ज्यादा विटामिन सी मिलने की वजह से हड्डियां ज्यादा कैल्शियम निकालने लगती हैं. ऐसे में आपको ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी का ख़तरा हो सकता है.