गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को संतुलित भोजन करने की सलाह दी जाती है जिसमें फल और सब्जियों की मात्रा का क्षयाल रखा जाता है. इस दौरान आहार में विटामिन, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन इत्यादि की मात्रा भरपूर होनी चाहिए. इसलिए डॉक्टर भी इस दौरान फलों की मात्रा को भरपूर मात्रा में लेने की सलाह देते हैं ताकि मां और बच्चे दोनों को पोषण मिल सके.अधिकतर डॉक्टर आपको बताएँगे की गर्भावस्था के दौरान तरबूज खाना आपके लिए अच्छा है, क्योंकि यह पौष्टिक तत्वों से भरपूर है।तरबूज में भरपूर मात्रा में मिनरल्स पाए जाते हैं साथ ही इसमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है. तरबूज प्रेग्नेंसी में होने वाले मोर्निंग सिकनेस को दूर करने में भी मदद करता है. यह सीने की जलन, हाथ-पैर की सूजन, मसल्स क्रैम्प को दूर करने में मदद करता है और शरीर को हाइड्रेट रखता है. तरबूज में पाया जाने वाला विटामिन ए, सी, बी-6, मैग्नीशियम और पोटैशियम मां-बच्चे दोनों के लिए अच्छा है.
” तरबूज खाने के फ़ायदे”
मांसपेशियों में मरोड़ से राहत – गर्भवती महिला अगर तरबूज खाए तो उसे इन समस्याओं से राहत मिलती हएक गर्भवती महिला का शरीर कई बदलावों से गुजरता है। बढ़ता वज़न और हार्मोन में उतार-चढ़ाव के कारण मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द हो सकता है। किसी भी प्रकार से भोजन में तरबूज शामिल करने से शरीर को दर्द से लड़ने और मांसपेशियों में मरोड़ से राहत मिलती है।ै।
डिहाइड्रेशन से बचाता है :- डिहाइड्रेशन समय से पूर्व संकुचन और डिलीवरी का कारण बन सकता है। गर्भवती महिलाओं को डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। तरबूज में लगभग 90% पानी होता है और इसका सेवन करना, डिहाइड्रेशन दूर करने का सबसे बेहतर तरीका है।
कम करता है सूजन – प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के हाथ व पैरों का फूलना आम बात है। पर तरबूज में मौजूद उच्च जल तत्व नसों और मांसपेशियों के अवरोध को कम करता है और सूजन की दिक्कत को दूर करता है।
हर्टबर्न से राहत – प्रेग्नेंट महिलाओं में अक्सर पाचनतंत्र संबंधी समस्याएं (हर्टबर्न और एसिडिटी) रहती हैं। तरबूज भोजन नलिका और पेट को ठंढक पहुंचाकर इन दिक्कतों से दूर रखता है।
मॉर्निंग सिकनेस कम करता है – तरबूज में मौजूद पौष्टिक और ऊर्जावान गुण मॉर्निंग सिकनेस को खत्म करता है। प्रेग्नेंसी के दौरान रोजाना सुबह एक गिलास तरबूज का जूस पीने से काफी फायदा पहुंचता है। आप पूरे दिन फ्रेश महसूस करेंगी।
पिगमेंटेशन से बचाता है – यह प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली आम समस्या है। पर तरबूज के सेवन से यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाती है। इसके अलावा तरबूज पाचनतंत्र को ठीक रखने के साथ ही आंतों को भी सहज बनाता है। इससे त्वचा भी खूबसूरत बनती है।
पिगमेंटेशन से बचाव – पिगमेंटेशन गर्भावस्था के दौरान होने वाली आम समस्या है। यह गर्भावस्था का आनंद छिन लेती है। तरबूज इससे बचाव करने में अहम भूमिका निभाता है। तरबूज पाचनतंत्र को दुरुस्त करता है और आंतों की कार्य को सहज बनाता है। जिससे आपकी त्वचा प्रभावित होती है। इसमें निखार आता है और यह ख़ूबसूरत लगती हैं।
डियूरेटिक और डिटोक्सिफाइंग प्रभाव – तरबूज में डियूरेटिक गुण होते हैं। यह शरीर से हानिकारक टोक्सिन बाहर निकालने में मदद करता है। यह किडनी के कार्य को बेहतर बनाता है, लीवर को शुद्ध करता है और खून में यूरिक एसिड का स्तर कम करता है।
ऊर्जा के स्तर को बढ़ाना- तरबूज उच्च मात्रा में मिनिरल्स जैसे पोटेशियम और मैग्नीशियम, विटामिन जैसे ए, बी1 और बी6 से भरपूर होता है। यह पौष्टिक तत्व प्राकृतिक रूप से ऊर्जा बढ़ाते है और शरीर को उच्च स्तरीय ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह आपके शिशु की नज़रों, प्रतिरक्षा, और नर्वस सिस्टम के विकास के लिए भी मददगार होता है।
प्रीकलंपसीया से बचाव – तरबूज में उच्च स्तर का लाइकोपीन तत्व होता है जो गर्भावस्था के दौरान प्रीकलंपसीया के जोख़िम को कम करने में मदद करता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जो आपके शिशु और आपको गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। इस फल का सेवन किसी भी प्रकार से करने से आपके शिशु के अंतर्गर्भाशयी विकास में अवरोध की संभावना कम होती है।