खूबसूरती को निखारने व संवारने के लिए मुल्तानी मिट्टी का उपयोग शुरू से ही होता आया है। दरअसल, इसमें कई ऐसी क्वॉलिटीज हैं, जिन्हें अगर आप जान लें, तो इसे और बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकती हैं।
स्किन के टेक्सचर को इम्प्रूव करने में भी मुल्तानी मिट्टी बेहद काम आती है। अगर आपकी स्किन पर सफेद दाग हो या किसी प्रकार के धब्बे पड़ने लगें, तो मुल्तानी मिट्टी का उपयोग किया जा सकता है। जिन लोगों को ड्राई स्किन की प्रॉब्लम है, वह भी मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन सर्दियों के दिनों में उन्हें इसके उपयोग से बचना चाहिए, वरना चेहरे पर ड्राइनेस आ सकती है। कुल मिलाकर, मुल्तानी मिट्टी सबसे अच्छी फेसपैक, क्लींजर और स्क्रब होती है।
मुल्तानी मिट्टी के उपयोग से जुड़ी कुछ जरूरी बातें –
मुल्तानी मिट्टी के नुकसान कुछ खास नहीं हैं, लेकिन कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। नीचे हम इन्हीं कुछ बातों की जानकारी आपको दे रहे हैं।
- हमेशा अच्छे ब्रांड के मुल्तानी मिट्टी का चुनाव करें।
- मुल्तानी मिट्टी को गर्म जगह पर न रखें, बल्कि किसी एयर टाइट डिब्बे में रखें। आप मुल्तानी मिट्टी को फ्रिज में भी रख सकते हैं।
- मुल्तानी मिट्टी लगाते वक्त ध्यान रखें कि वो आपके मुंह में न जाए। मुल्तानी मिट्टी से किडनी स्टोन या पेट की परेशानी हो सकती है।
- रूखी त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी का उपयोग थोड़ा संभलकर करें, क्योंकि यह त्वचा को और रूखा बना देती है। रूखी त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी उपयोग करने का आसान तरीका यह है कि आप उसमें बादाम का दूध मिला लें। ऐसा करने से त्वचा रूखी नहीं होगी।
- मुल्तानी मिट्टी ठंडी होती है, इसलिए ठंड के मौसम में या जब सर्दी-खांसी व बुखार हो, तो इसके उपयोग से बचें।
- मुल्तानी मिट्टी फेस पैक लगाने के बाद मॉइस्चराइजर लगाना न भूलें, इससे त्वचा में नमी बरकरार रहेगी।
Benefit of Multani Mitti in Hindi कैसे करें इस्तेमाल :-
पेस्ट के रूप में : मुल्तानी मिट्टी को सीधे चेहरे पर पेस्ट के रूप में भी लगाया जा सकता है। इसे लगाने से स्किन पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इसके ज्यादा फायदे पाने के लिए आप घर पर ही मुल्तानी मिट्टी में दही, क्रीम, नींबू का रस और गुलाब जल को बराबर मात्रा में मिक्स कर लें। इसे फेस पर लगाएं, आपकी स्किन को कई तरह से फायदा होगा।
क्लींजर के रूप में : मुल्तानी मिट्टी में पाया जाने वाला मैग्नीशियम क्लोराइड चेहरे पर क्लींजर के रूप में काम करता है। अगर मुल्तानी मिट्टी को रोजाना सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो इससे चेहरा तो क्लीन रहता ही है, स्किन पर मुंहासे, पिंपल्स, झाइयां जैसी प्रॉब्लम्स भी पनप नहीं पाती हैं। यही नहीं, अगर आप इसे गाजर के जूस के साथ मिलाकर लगाती हैं, तो आप चेहरे के दाग-धब्बों से निजात पा सकती हैं।
नेचरल स्क्रबर : पिसे बादाम या संतरे के छिलके को पीसकर मुल्तानी मिट्टी के साथ मिला लें। इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट से दो से तीन मिनट फेस की मसाज करें। यह परफेक्ट स्क्रब का काम करता है। यह पेस्ट फेस के ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स को तो क्लीन कर ही देता है, साथ ही स्किन भी हेल्दी बनती है। डेड सेल्स को खत्म कर यह स्किन को डीपली क्लीन करता है इसलिए यह कहना गलत न होगा कि त्वचा की नियमित देखभाल के लिए मुल्तानी मिट्टी का उपयोग बेहतर है।
मुल्तानी मिट्टी के फ़ायदे :
स्किन को देती है शाइनिंग : मुल्तानी मिट्टी स्किन को क्लीन कर मिनटों में शाइनिंग देती है। दरअसल, इसमें मैग्नीशियम क्लोराइड होता है, जो स्किन पर आने वाली प्रॉब्लम्स से आपको निजात दिलाता है।
ऑयली स्किन के लिए फायदेमंद : अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो आपके चेहरे के लिए मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट सबसे फायदेमंद रहेगा। सुबह या शाम बस पाँच मिनट लगाने से आपकी त्वचा की आयल पन खत्म हो जाएगा।
स्किन में ऑयल होने से त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते है, जो कील-मुंहासे व दाने होने की खास वजह बनते हैं। यही नहीं, ऑयली स्किन के कारण कई बार ब्लैकहेड्स और वाइट हेड्स भी हो जाते है, परन्तु मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल से यह समस्या आसानी से दूर हो जाती है।
मुंहासे से छुटकारा : मुल्तानी मिट्टी में पाए जाने वाले तत्व फेस से मुंहासे हटाने में आपकी मदद करते हैं। यही वजह है कि मुंहासों की समस्या या ऑयली स्किन पर इसका इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है।
कॉम्पलेक्शन : चेहरे पर टैनिंग हो तो मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल लाभकारी होता है। यह चेहरे की रंगत को निखार देती है परन्तु इसे लगाने से एक या दो दिन में तुरंत आराम नहीं मिलता है, बल्कि इसका फायदा आपको 10 से 12 दिन बाद मिलना शुरू होता है। दरअसल, यह फायदा तो धीरे-धीरे करती है, लेकिन चेहरे पर इसका असर लंबे समय तक रहता है।