बाल दिवस (Children Day) के दिन गुरुवार को देशभर में वर्ल्ड डायबिटीज डे (World diabetesDay) भी मनाया जाएगा। इस आधुनिक दौर में मधुमेह (Diabetes) बड़ों को ही नहीं, बल्कि बच्चों को भी तेजी से अपना शिकार बना रही है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) का दावा है कि यूपी डायबिटीज एसोसिएशन ( Uttar Pradesh Diabetes Association) की 2008 से 2011 की रिपोर्ट में अकेले गाजियाबाद (Ghaziabad) में 12 प्रतिशत लोग मधुमेह का शिकार हैं। इतना ही नहीं इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। कुछ बच्चों में जैनेटिक तौर पर यह समस्या है तो कुछ जंक फूड के सेवन के कारण डायबिटीज का शिकार हुए हैं।
आईएमए के अध्यक्ष डाॅ. वीबी जिंदल का कहना है कि गलत लाइफ स्टाइल और खानपान के कारण बच्चे मधुमेह का शिकार हो रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे में बच्चों के अभिभावकों को उनके खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अभिभावक बच्चों को जंक फूड का सेवन करने से रोकें और उनकी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें। खासतौर पर बच्चे फास्ट फूड के बहुत शौकीन होते हैं और अक्सर फास्ट खाने की जिद करते हैं। डाॅ. जिंदल कहते हैं कि इससे शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है। इस तरह बच्चे मोटापे के साथ मधुमेह का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करना चाहिए। इसमें सबसे फायदेमंद साइक्लिंग है।
क्या खाएं
– रोजाना दो गिलास दूध का सेवन करें।
– दिनचर्या में ताजे फलों को शामिल करें।
– हरी व पत्तेदार सब्जियों को प्रायोरिटी पर रखें।
– अंकुरित अनाज का सेवन करें।
क्या नहीं खाएं
– बच्चों को चाकलेट व टाॅफी खाने से रोकें।
– कोल्ड ड्रिंक का इस्तेमाल बिलकुल न करें।
– केक, पेस्ट्री, ब्रेड व बर्गर न खाएं
लक्षण
– वजन कम होना।
– बार-बार पेसाब जाना।
– बार-बार भूख-प्यास लगना।
– शरीर में कमजोरी महसूस करना।