धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में गुलमर्ग नाम का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ के हरे-भरे ढलान पूरे साल पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। गुलमर्ग सिर्फ बर्फ से ढके पहाड़ों का शहर ही नहीं बल्कि यहाँ विश्व का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स भी है और देश का प्रमुख स्की रिज़ॉर्ट भी यहीं पर है। गुलमर्ग बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा शूटिंग लोकेशन्स में से भी एक है। इसे फूलों के प्रदेश के नाम से भी जाना जाता है । इसको अंग्रेजों ने अपने घूमने और मनोरंजन के लिए 1927 में खोजा था। ऐसा भी माना जाता है की गुलमर्ग का असली नाम गौरीमर्ग था जो यहाँ के चरवाहों ने इसे दिया था। फिर 16वीं शताब्दी में सुल्तान युसुफ शाह ने इसका नाम गुलमर्ग रखा।
वैसे तो पूरा गुलमर्ग ही घूमने लायक जगह है लेकिन हम आपको यहाँ गुलमर्ग के वो नगीने बता रहे है , जहाँ घूम के आप कह उठेंगे ,वाह गुलमर्ग !!!!!!!!
गोंडोला लिफ्ट : अगर आपको ऊँचाई पर जाना अच्छा लगता है और आप उड़न खटोले के शौकीन है तो यहाँ की गंडोला लिफ्ट आपके लिए बनी हुई है।
आप अगर गुलमर्ग की यात्रा पर हैं तो सबसे पहले यहाँ के गोंडोला लिफ्ट की यात्रा करना न भूलें जो एशिया का इकलौता समुद्री तल से लगभग 13500 फ़ीट ऊँचा केबल कार सिस्टम है। आप गोंडोला भी ऑनलाइन बुक करा सकते हैं अथवा वहां जाकर क़तार में खड़े होकर भी बुक कर सकते हैं।
गुलमर्ग में दुनिया की सबसे ऊंची केबल कार चलती है-इस परियोजना के दूसरे चरण का उद्घाटन मई ,2005 में हुआ.यह केबल कार पांच किलोमीटर की दूरी तय करके आपको 13,400 फीट की ऊंचाई तक ले जाती है. अभी तक ज्यादातर लोग यहां हेलिकॉप्टर के जरिए जाते थे।
गुलमर्ग से अफारवत की पहाड़ियों तक का केबल कार से सफर लोगों को स्वर्गिक आनंद की अनुभूति देता है. गुलमर्ग गोंडोला नामक यह परियोजना दुनिया की सबसे ऊंची केबल कार परियोजना है। यह समुद्र तट से 13,400 फुट की ऊंचाई से गुजरती है। इसमें बैठकर सैलानी ‘पीरपंजाल ‘पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी अफारवत तक जाते हैं। अफारवत की समुद्रतल से ऊंचाई 4390 मीटर है। इसमें प्रतिदिन पांच हजार से ज्यादा लोग सैर करते है.
राज्य बोर्ड द्वारा गोंडोला सवारी शुल्क : गुलमर्ग से कोंगडोरी तक-[व्यस्क ] – 300 रु. तथा ‘कोंगडोरी से अफारवत ‘ तक 500 रु.
गुलमर्ग स्की एरिया : आप भी बर्फ मे दौड़ने और खेलने के लिए उतावले रहते है तो बिना देर किए आप चले आइये गुलमर्ग की स्की एरिया और जितना मन करें आप यहाँ अपनी बर्फ की प्यास बुझा सकते है ।
श्रीनगर से लगभग 35 किलोमीटर दूर गुलमर्ग का हिल रिज़ॉर्ट जो हिमालय के पीर पांजाल पर्वत श्रेणी का एक हिस्सा है। यहाँ भारी मात्रा में बर्फ़बारी होने की वजह से यह जगह पर्यटकों और यहाँ के निवासियों का मनपसंद स्की एरिया बन गया है।
गोल्फ कोर्स : अमीरों के खेल गोल्फ़ खेलने के आप अगर शौकीन है तो तो गुलमर्ग आपकी वो भी इच्छा को पूरा करेगा। समुद्र से लगभग 2650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुलमर्ग का गोल्फ कोर्स दुनिया का सबसे ऊँचा ग्रीन गोल्फ कोर्स है।
बाबा रेशी की दरगाह : यह मुसलमानों का एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है। यह जियारत एक प्रसिद्ध मुस्लिम संत की याद में बनाई गई है जिनका इंतकाल 1480 में हुआ था। सन्यास लेने से पहले वे कश्मीर के राजा जिया-उल-अबिदीन के दरबारी थे। प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ आते हैं।
गुलमर्ग जाने के लिए क्या क्या ज़रूरी है : यदि आप गुलमर्ग जाने की सोच रहे है तो आपको अपनी और जो लोग आपके साथ यात्रा करने वाले है तो उन सभी की आई. डी. ( पहचान पत्र) और टिकेट रखना न भूलें। अपने पास एक अच्छा कैमरा अवश्य रखें। आपका टिकट बुक हो जाने के बाद समय का इंतजार करिये, जब समय नजदीक आ जाये तो गरम कपडे आदि की शॉपिंग कर सकते हैं। इसमें आप एक जैकेट, मोज़े, दस्ताने, कनटोप आदि आपके पास यदि न हो तो खरीद लीजिये, क्योंकि गुलमर्ग में ठण्ड अधिक होगी। रास्ते के लिए कुछ खाने पीने की वस्तुए रख लीजिये क्योंकि आपके साथ बच्चे भी हो सकते हैं।
गुलमर्ग कैसे जाएँ :
- वायु मार्ग -नजदीकी हवाई अड्डा श्रीनगर (56 किमी.) देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से यहां के लिए नियमित उड़ानें हैं।
- रेल मार्ग -गुलमर्ग से निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू है जहां देश के विभिन्न भागों से ट्रेनें चलती हैं।
- सड़क मार्ग -गुलमर्ग श्रीनगर से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। देश के अन्य भागों से श्रीनगर के लिए नियमित रूप से बसें चलती हैं. जम्मू से श्री नगर जाते समय रास्ते मे जवाहर टनल से गुजरना बडा रोमांचक लगता है.
- अगर आप जम्मू होते हुये जायेंगे तो पास मे ही कटरा जो कि जम्मू से 34 किलोमीटर की दूरी पर है. वहां से आप वैष्णों देवी भी दर्शन करके आ सकते हैं.
कब जाएं :
- मई से सितम्बर और नवम्बर से फरवरी के बीच गुलमर्ग का मौसम बहुत ही सुहाना होता है।
- गर्मी के मौसम में जाएँ तो हल्के गर्म कपडे साथ रखें , लेकिन सर्दियों में तो भारी ऊनी कपड़े ले जाना जरूरी ही है.
कहां ठहरें :
गुलमर्ग एक मशहूर टूरिस्ट स्पॉट है, इसलिए यहां ठहरने के लिए हर स्तर के होटल और लॉज मौजूद हैं.यहां निजी होटलों की भी कमी नहीं है लेकिन मेरी माने तो तो जम्मू-कश्मीर टूरिज्म के होटलों में भी ठहर सकते हैं