उत्तरप्रदेश के आगरा में स्थित आगरा किला अपनी अनूठी वास्तुकला और अद्भुत शिल्पकारी के लिए जाना जाता है। यह किला मुगल साम्राज्य में बनी प्रमुख ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। इसकी अद्धितीय बनावट के कारण इसे यूनेस्कों द्धारा विश्व धरोहर की लिस्ट में भी शामिल किया गया था। यह आगरा में दुनिया के 7 आश्चर्यों में शुमार ताजमहल से महज ढाई किलोमीटर की दूरी पर यमुना नदी के किनारे स्थित है। मुगल कालीन वास्तुशैली से बने इस विशाल किले का निर्माण मुगल सम्राट अकबर ने करवाया था।
कोहिनूर हीरे की कहानी इस किले से शुरू हुई। मुगलों ने आगरा किले को अपना गढ़ बनाया। यमुना किनारे बना किला अपने आप में कई इतिहास संजोए हुए हैं। वास्तुकला और मुगल शैली की भव्य कलाओं को दर्शाता ये किला आज ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल है। रोजाना हजारों पर्यटक इसके दीदार के लिए पहुंचते हैं।
★ किला कब बना और किसने बनवाया :–
अकबर 1558 में आगरा पहुंचे। उन्होंने लाल बलुआ पत्थर के साथ किले का नवीकरण करने का आदेश दिया। करीब चार हजार मजदूरों ने रोजाना इस किले पर काम किया और ये किला आठ साल में बनकर तैयार हुआ। 1565-1573 में इस किले में हर रोज काम हुआ।
● चार दरवाजे, पानी के लिए खास –
आगरा का लाल किला यमुना किनारे बनाया गया था। किला एक 21.4 मीटर ऊंची दुर्ग की दीवार से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ चार दरवाजे हैं। वहीं पानी के लिए विशेष द्वार भी है, जिसे खजिरी द्वार पानी का द्वार कहते हैं। ये यमुना नदी के सामने खुलता है, जहां घाटों को पानी प्रदान किया जाता था। लाल किला लगभग 94 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है। आज भी किले में दो दर्जन से अधिक स्मारक मौजूद हैं।
● यमुना किनारे बना – लाल किला यमुना नदी के दाएं किनारे पर स्थित है। यह मुगलों के सबसे महत्वपूर्ण और मजबूत बनाए गए गढ़ में से एक है। लोधी काल के दौरान किले में कई महलों, कुओं और मस्जिद का निर्माण हुआ। बताया गया है कि जब बाबर ने अपने बेटे हुमायूं से आगरा भेजा, तो उसने किले पर कब्जा कर लिया और एक विशाल खजाना जब्त कर लिया, जिसमें विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा भी शामिल था। बाबर ने यहां बाली (कदम-दीवार) का निर्माण किया।
● ब्रिटिशों ने बना दिए बैरक – ब्रिटिश ने बैरकों को बढ़ाने के लिए अधिकांश इमारतों को नष्ट कर दिया। शायद ही 30 मुगल इमारतों दक्षिण-पूर्व ओर से बचे हैं। इनमें से, दिल्ली-गेट, अकबारी-गेट और ‘बंगाली-महल’ अकबर के शासनकाल के दौरान उठाए गए भवनों के प्रतिनिधि हैं। बताते हैं कि जहांगीर ज्यादातर लाहौर और कश्मीर में रहते थे। लेकिन, वे आगरा से नियमित रूप से दौरा करते थे और किले में रहते थे। वहीं शाहजहां ने यहां सफेद संगमरमर के महलों को बढ़ाया। उन्होंने इसमें तीन सफेद संगमरमर मस्जिद भी बनाए। मोती-मस्जिद, नगीना-मस्जिद और मीना-मस्जिद।
● पिता को किया कैद – औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को आठ साल तक किले में कैद किया। 1666 में उनकी मृत्यु हो गई और उन्हें ताजमहल में दफनाया गया। लाल किले के दो दरवाजे नदी के किनारों के आसपास के बार्बिसन औरंगजेब ने अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बनाये थे। हालांकि शाहजहां ने औपचारिक रूप से अपनी राजधानी को दिल्ली में स्थानांतरित किया था। लेकिन उनकी मृत्यु के बाद, आगरा ने अपनी भव्यता खो दी।
● शिवाजी पहुंचे – शिवाजी 1666 में आगरा आए और दीवान-ए-खास में औरंगजेब से मिले। औरंगजेब की मृत्यु 1707 में हुई और 18 वीं शताब्दी में आगरा के किले का इतिहास घुसपैठ और लूट की एक गाथा है, जिसके दौरान यह जाट और मराठों द्वारा आयोजित किया गया था और अंत में अंग्रेजों ने बाद में 1803 में इसे कब्जा कर लिया था।
● सूर्योदय से खुलता है सूर्यास्त तक –
लाल किला सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुलता है। यहां रोजाना हजारों पर्यटक पहुंचते हैं। भारतीय पर्यटकों के लिए यहां प्रवेश शुल्क तीस रुपये हैं। वहीं सार्क देश बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, पाकिस्तान, मालदीव और अफगानिस्तान और बिम्सटेक देशों (बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, थाईलैंड और म्यांमार) के पर्यटकों के लिए भी इसका शुल्क महज तीस रुपये प्रति व्यक्ति है। एएसआई की सूची में विदेशी व्यक्तियों के लिए प्रति व्यक्ति शुल्क पांच सौ रुपये हैं
★ आगरा किले के अंदर बनी प्रसिद्ध एवं महत्वपूर्ण इमारतें:—-
दुनिया के सात आश्चचर्यों में से एक ताजमहल से करीब ढाई किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस ऐतिहासिक आगरा के किले के अंदर कई अनूठी संरचनाएं बनी हुई हैं, जो कि निम्नलिखित हैं –
● जहांगीर महल – आगरा में स्थित इस विश्व धरोहर के परिसर में एक बेहद सुंदर और आर्कषक जहांगीर महल स्थित है। यह महल आगरा किले में अमर सिंह द्धार (अकबर दरवाजा) से घुसते ही पड़ता है। इस महल को मुगल सम्राट अकबर ने अपने बेटे जहांगीर के लिए बनवाया था।
● अंगूरी बाग़ – आगरा किले के परिसर में बना अंगूरी बाग भी इस भव्य किले की शोभा बढ़ाता है, यह करीब 85 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
● खास महल – विशाल किले के अंदर बना खास महल, अपनी अनूठी संरचना के लिए प्रसिद्ध है। इस बेहद आर्कषक संरचना को सफेद संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल कर बनाया गया है। खास महल के निर्माण में हिन्दू, इस्लामी और फारसी शैली का प्रभाव दिखता है। खास महल का इस्तेमाल सम्राटों द्धारा आराम करने के लिए किया जाता था।
● मुसम्मन बुर्ज — आगरा किले के परिसर में बने इस खास महल के बाईं तरफ मुसम्मन बुर्ज बना हुआ है, यह अष्टकोणीय आकार में बना एक खुला मंडप है। इस बुर्ज को मुगल सम्राट शाहजहां ने बनवाया गया था।आपको बता दें शाहजहां के जिंदगी के अंतिम पलों में उसके पुत्र औरंगजेब द्धारा उसे इसी बुर्ज में बंदी बना कर रखा गया था, वहीं इस दौरान शाहजहां इस बुर्ज में बैठकर अपनी प्रिय बेगम मुमताज बेगम की याद में बने भव्य मकबरा ताजमहल को देखता रहता था।
● शीश महल –
मुगलकालीन वास्तुशैली की इस सर्वश्रेष्ट कृति आगरा किले के अंदर बना शीश महल, इस किले के परिसर में बनी सर्वोत्तम संरचनाओं में से एक है। शीश महल या ‘कांच का महल’ का इस्तेमाल सम्राटों द्धारा ड्रेसिंग रुप या फिर ‘हरम’ के तौर पर किया जाता था। इस महल के अंदर छोटे-छोटे शीशों से बेहद शानदार सजावट की गई है। यह देखने में बेहद सुंदर और आर्कषक है। यहां आम पर्यटकों के जाने की इजाजत नहीं है। शीश महल को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) की तालेबंदी में रखा गया है। किले के अंदर बनी यह बेहद आर्कषक संरचना शीश महल, सिर्फ बड़े राजनेता और वीवीआईपी के आगमन पर ही खोला जाता है।
● दीवान- ए-ख़ास –
विश्व धरोहर आगरा किले के परिसर में बने शीश महल के दाहिने तरफ दीवान-ए-खास स्थित है। इसका इस्तेमाल सम्राटों द्धारा किसी बड़े अधिकारियों की मीटिंग आदि के लिए किया जाता था।बेहद कीमती पत्थरों से बनी हुई इस संरचना के अंदर रखा जहांगीर का सिंहासन इसकी प्रमुख विशेषता थी।
● दीवान-ए आम –
विश्व विरासत में शामिल आगरा किले के परिसर में दीवान-ए-आम का निर्माण आम जनता के लिए किया गया था। इस खास इमारत में सम्राटों द्धारा आम जनता की फरियाद सुनी जाती थी और उनकी समस्याओं का निस्तारण किया जाता था। दीवान-ए-आम के अंदर एक प्रसिद्ध मयूर सिंहासन या फिर तख्त-ए-हाउस भी स्थापित किया गया था।
● नगीना मस्जिद –
किले के परिसर के अंदर नगीना मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने करवाया गया। आपको बता दें कि दरबार की महिलाओं के लिए निजी मस्जिद के रुप में इस मस्जिद का निर्माण करवाया गया था।
● मोती मस्जिद –
मोती मस्जिद, विश्व धरोहर आगरा किले में स्थित एक बेहद आर्कषक और सुंदर संरचना है। यह मस्जिद, मुगल सम्राट शाहजहां की निजी मस्जिद थी, जहां वह जाकर अल्लाह की इबादत करता था। हालांकि, वर्तमान में मोती मस्जिद में पर्यटकों के जाने की मनाही है।
● नौबत खाना –
किले के अंदर बनी संरचना नौबत खाना के अंदर, सम्राटों के संगीतकार वाद्ययंत्र बजाकर उन्हें मंत्रमुग्ध करते थे।
● किले मे क्या क्या है :—-
ताजमहल से करीब ढाई किलोमीटर की दूरी पर बने आगरा के इस विशाल किले के परिसर के अंदर 9 बेहद शानदार और आलिशान महल बने हुए हैं। जिनमें :-
1. बंगाली महल
2. अकबरी महल
3. जहांगीर महल
4. शाह जहांनी महल
5. मच्ची भवन
6 .दीवान-ए-आम
7. दीवान-ए-खास
8. खास महल
9. शीश महल आदि शामिल हैं।
आगरा में यमुना नदी के तट पर स्थित इस विशाल किले के परिसर में बना आगरा का यह भव्य किला बहुमंजिला इमारत है, लेकिन पर्यटक इस किले की सिर्फ दो ही मंजिल का दीदार कर पाते हैं।
● फिल्मों से भी जुड़ा है नाता :—–
इस प्रसिद्ध ऐतिहासिक विरासत के अंदर फिल्म मुगल-ए-आजम के कई सीन फिल्माए गए हैं। इसके साथ ही बॉलीवुड का मशहूर गाना ‘प्यार किया तो डरना क्या’ की शूटिंग भी की गयी है।
● मिल चुका है सम्मान :—–
आगरा के इस प्रसिद्ध किले को साल 2004 में इसकी अनूठी वास्तुकला के लिए आगा खान पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। वहीं भारतीय डाक विभाग ने इस कार्यक्रम का जश्न मनाने के लिए एक टिकट भी जारी किया था।