पेट में कीड़े होने का संक्रमण काफी आम है और ये बहुत ही आसानी से फैलता है। इसके बारे में बता पाना मुश्किल है क्योंकि इनके अक्सर कोई लक्षण नहीं होते और आप किसी मेडिकल टेस्ट से भी पता नहीं लगा पाते। आँतों के कीड़े या पैरासाइट वे जीव हैं जो दूसरे जीवों पर निर्भर होते हैं और उनसे अपना भोजन पाते हैं। इस तरह, पेट के कीड़े वे परजीवी हैं जिनका अस्तित्व पूरी तरह से मानव शरीर के पोषण और उसके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। आंतों के कीड़े कई तरीकों से आपके शरीर में घुस सकते हैं। इनमें सबसे आम तरीका सीधे अन्दर प्रवेश करना है।पेट में कीड़े होने से पेट दर्द, पाचन शक्ति बिगड़ जाना, भूख नहीं लगना, सिर दर्द होना, उलटी, दस्त लगना आदि जैसी समस्याएं आती हैं। पेट में कीड़े होने पर कीड़े पेट में ही और अंडे देते हैं और इनकी संख्या में वृद्धि होने लगती है। इससे पेट में जलन और पेट दर्द पैदा होकर समस्या गंभीर हो जाती हैं। पेट में कीड़े होने के बहुत से लक्षण और कारण हो सकते है मगर इनका कोई विशेष कारण नहीं होता।
Pet me kide hone ke karand “पेट मे कीड़े होने के कारण”
इन कीड़ों के लार्वा कच्चे चिकन और सूअर के मांस के साथ बड़ी आसानी से शरीर के अन्दर जा सकते हैं। ये गंदे पानी, कच्चे फल या सब्जियों के साथ भी हमारे शरीर में घुस सकते है। इसके अलावा, जानवरों ( जैसे पालतू बिल्ली, कुत्ते और पक्षियों) को छूने से भी ये पैरासाइट आसानी से आपको संक्रमित कर सकते हैं।
” पेट मे कीड़े होने के लक्षण”
• पेट दर्द की शिकायत होना
• पानी वाले दस्त होने
• पेट में ऐंठन होना
• मतली, उल्टी या दोनों
• मांसपेशी दर्द या सिरदर्द
• हल्का बुखार
• अचानक वजन घटना
• शारीरिक कमजोरी
• जीभ सफ़ेद व मलिन हो जाना
• आंखो का रंग लाल हो जाना
• गालों पर अजीब धब्बे हो जाना
• उलटी करना
• गुप्तांग पर खुजली की शिकायत होना
” पेट के कीड़े होने का उपचार”
पेट में कीड़े को ख़त्म करने के बहुत से उपचार है.
नारियल – नारियल आंत के कीड़ो को ख़त्म करने में बहुत असरदार है. परजीवी को नाश करने में ये बहुत अच्छा होता है. नारियल का तेल व् उसका फल दोनों ही पेट के कीड़े को नाश करता था.
पपीता – आयुर्वेद की द्रष्टि से पपीता बहुत ही फायदे मंद होता है. इसका पल्प व् बीज दोनों ही दवाई के तौर पर इस्तेमाल किये जाते है.
कद्दू के बीज – चम्मच कद्दू के बीज को मसल कर 2-3 कप पानी में डाल कर उबालें. इसे ठंडा कर पी लें.
गाजर – गाजर को कस कर, एक छोटे कप की मात्रा बराबर रोज सुबह खाएं. गाजर पेट में मौजूद सभी तरह के इन्फेक्शन को आसानी से दूर कर देता है.
अनार – अनार के दाने व उसके छिलके दोनों ही बहुत फायदेमंद होते है. उसके छिल्कों को सुखाकर उसका पाउडर बना लें और इसका नियमित सेवन करें। इससे बहुत जल्द पेट को आराम मिलेगा. इसके अलावा आप अनार का भी सेवन कर सकते ह
नीम – नीम कड़वी जरुर होती है लेकिन एक बहुत अच्छी दवा होती है, जो बहुत रोगों को हमारे शरीर से भगाती है.
लॉन्ग – लॉन्ग में एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज होती है, जो पेट के कीड़े मारने में सहायक है, इससे भविष्य में किसी भी तरह के इन्फेक्शन नहीं होते है. इसी वजह से लॉन्ग को खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के रूप में सबको दिया जाता है.
हल्दी – पेट की क्रमी को दूर करने में हल्दी भी काफी अच्छी होती है. हल्दी से पेट के अन्य विकार जैसे गैस, दर्द, मरोड़ आदि भी दूर हो जाते है.
जीरा – आयुर्वेद के अनुसार जीरा व् गुड़ को मिलाकर खाने से पेट की कोई बीमारी नहीं होती है.
अजवाइन – अजवाइन को पीस कर उसका चूर्ण बना लें, अब 1 गिलास छाछ में 1-2 ग्राम इस चूर्ण को मिलाएं, व् रोज 1 हफ्ते तक पियें. आराम मिलेगा. किसी छोटे बच्चे को देने के लिए आप आधा आधा ग्राम काला नमक व् अजवाइन चूर्ण को मिलाएं व् उसे पानी के साथ सोते समय दें.
तुलसी – तुलसी के पत्तों को बेस्ट आयुवेदिक औषधि कहा जाता है. पेट के कीड़े दूर करने के लिए आप तुलसी के रस को 1 चम्मच रोजाना पियें.
कच्चा केला – केले के बहुत से फायदे होते हैं. कच्चे केले की सब्जी बनाकर 1 हफ्ते तक खाएं पेट के कीड़े नष्ट हो जायेंगें.