सौंफ का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है. रेस्तरां और दूसरी जगहों पर खाने के बाद सौंफ दिया जाता है. घरों में इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से मसाले के तौर पर किया जाता है. अचार और भरवां सब्जी बनाने में यह मुख्य रूप से प्रयुक्त होता है.
सौंफ की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मी में इसका इस्तेमाल बढ़ जाता है. सौंफ में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं. सौंफ का सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि यह याददाश्त बढ़ाता है और शरीर को ठंडा रखता है. सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते हैं. इसके अलावा इसकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती हैं और ताजगी का एहसास कराती है.
सौंफ हरी और कुरकुरी सौंफ हम सभी मुखवास के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। यही सौंफ सेहत के लिए भी खासी गुणकारी है।सौंफ में विटामिन सी की जबर्दस्त मात्रा है और इसमें आवश्यक खनिज भी हैं जैसे कैल्शियम, सोडियम, फॉस्फोरस, आयरन और पोटेशियम।
Saunf Khane Ke Fayde (सौंफ खाने के फायदे )
पेट की बीमारियों (Gas and Constipation Problem In Stomach ) के लिए यह बहुत प्रभावी दवा है जैसे मरोड़, दर्द और गैस्ट्रिक डिस्ऑर्डर के लिए। सौंफ आपकी याददाश्त बढ़ाती है। सौंफ का नियमित सेवन दृष्टि को तेज करता है। 5-6 ग्राम सौंफ रोज लेने से लीवर और आंखों की ज्योति ठीक रहती है। सिंकी हुई सौंफ मिश्री के साथ खाने से आवाज तो मधुर होती ही है यह खांसी भी भगाती है। अगर आप चाहते हैं कि आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर न बढ़े तो खाने के लगभग 30 मिनट बाद एक चम्मच सौंफ खा लें। सौंफ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखती है। सूखी, रोस्टेड और कच्ची सौंफ को बराबर मात्रा में मिला लें। इसे खाने के बाद खाएं। इससे पाचन क्रिया बेहतर रहेगी और आप हल्का महसूस करेंगे। अगर आप एक चम्मच सौंफ 2 कप पानी में उबाल लें और इस मिश्रण को दिन में दो-तीन बार लें तो आपकी आंतें अच्छा महसूस करेंगी और खांसी भी लापता हो जाएगी
बादाम, सौंफ और मिश्री को समान मात्रा में पीस लें. रोज रात को और दोपहर में खाना खाने के बाद इसका सेवन करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है. अगर पीरियड्स अनियमित है तो भी आप सौंफ का सेवन कर सकती हैं. गुण के साथ इसके सेवन से फायदा होगा.
सौंफ खाने से आंखों की ज्योति भी बेहतर होती है. आप चाहें तो इसे मिश्री के साथ भी ले सकते हैं.खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और त्वचा में चमक आती है. अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो नियमित रूप से दिन में तीन से चार बार आधा चम्मच सौंफ चबाएं. ऐसा करने से मुंह से बदबू आना बंद हो जाएगी.
सौंफ हमारे दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली खाद्य सामग्रीयों में से एक है। यदि भोजन के बाद सौंफ न मिले तो इसे मेहमान नवाजी में कमी मानी जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि सौंफ खाने के फायदे क्या हैं। हमारे पूर्वज और आयुर्वेदिक चिकित्सक सौंफ खाने की सलाह क्यों देते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सौंफ (Fennel) में बहुत से पोषक तत्व और औषधीय गुण होते हैं जो हमारे शरीर की कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
सौंफ के फायदे रक्तचाप, अस्थमा, कैंसर, मुंहासे और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
Saunf Khane Ke Nuksan in Hindi (सौंफ खाने के नुकसान)
- आमतौर पर सौंफ का सेवन करने से कोई गंभीर नुकसान नहीं होते हैं, क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक औषधी है। लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ नुकसान हो सकते हैं।
- विशेष रूप से उन लोगों को सौंफ का सेवन करने से बचना चाहिए जिन्हें अजवाइन और गाजर आदि की एलर्जी होती है।
- कुछ लोगों में सौंफ के दुष्प्रभाव त्वचा को संवेदनशील बनाने के रूप में देखे जाते हैं।
- गर्भवती महिलाओं को सौंफ का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए
- क्योंकि गर्भावस्था के दौरान सौंफ के फायदों के प्रमाणित सबूत नहीं है
- यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो सौंफ का अधिक मात्रा में सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें
Saunf Ko kab Khaye (सौंफ का सेवन कैसे करें )
स्वाद में थोड़ी मीठी और अच्छी सुगंध सौंफ में होती है। सौंफ मसाले का एक रूप है जिसे भोजन पकाने के दौरान भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन आप आप इसकी चाय बनाकर भी उपयोग कर सकते हैं। यह भारतीय समाज की परंपरा है कि भोजन के बाद सौंफ की थोड़ी सी मात्रा का सेवन जरूर किया जाता है। लेकिन यदि आपको अजवाइन या गाजर आदि की एलर्जी है तो आपको सौंफ का सेवन करने से बचना चाहिए। कुछ आयुर्वेदिक सलाहकार सौंफ के बीजों को भूनकर सेवन करने की सलाह देते हैं। यदि आप सामान्य रूप से सौंफ का सेवन करना चाहते हैं तो इसे सभी प्रकार से उपयोग कर सकते हैं। लेकिन यदि किसी विशेष समस्या के उपचार के लिए उपयोग कर रहे हैं तो चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ही सौंफ का सेवन करें।