इस साल शांति के लिए नोबोल पुरस्कार इथोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को देने की घोषणा की गई है. नोबेल पुरस्कार कमेटी ने यह जानकारी दी. पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ शांति स्थापित करने की अली की कोशिशों को देखते हुए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया.
नोबेल पुरस्कार जूरी ने बताया है कि 43 साल के अली को शांति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग हासिल करने के प्रयासों के लिए और विशेष रूप से पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ सीमा संघर्ष को सुलझाने के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा.
तो आइए जानते है इस शांति दूत के बारे मे की इनका जन्म कब हुआ, इनके माता -पिता ,परिवार और भी बहुत सी रोचक जानकारियां ………..
★ अबी का जन्म, माता-पिता: अबी अली अहमद का जन्म साल 15 अगस्त 1976 में पश्चिमी इथियोपिया के जिम्मा क्षेत्र में हुआ था । इनके पिता अहमद अली एक मुस्लिम थे और माता तेजिता वोल्डे एक ईसाई थी। उनका बचपन का नाम अबियोट था। अबी अपने पिता की 13 वीं संतान और अपनी मां की छठी और सबसे छोटी संतान है।
★ अबी का व्यक्तिगत जीवन : अबी जब रक्षा बलों मे काम करते थे तभी उनकी मुलाकात जिंदर ताशेव नाम की एक महिला से हुई । दोनो एक ही जगह पे सहकर्मी थे देखते देखते दोनों मे दोस्ती हुई और फिर प्यार हूआ और एक दिन दोनो ने शादी कर ली। वे तीन बेटियों के माता-पिता है और उन्होंने एक बेटे को गोद लिया हुआ हैं।
★ अबी की पढ़ाई लिखाई : बचपन मे अबियोट यानी अबी पढ़ाई लिखाई मे बहुत तेज थे । उन्होंने अपनी शुरुवाती पढ़ाई स्थानीय प्राथमिक विद्यालय की और बाद में अगारो शहर के माध्यमिक विद्यालयों में अपनी पढ़ाई जारी रखी।
इथियोपिया के राष्ट्रीय रक्षा बल में सेवा करते हुए, अबी ने 2001 में अदीस अबाबा के मिक्रोलिंक सूचना प्रौद्योगिकी कॉलेज से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री में अपनी पहली डिग्री प्राप्त की। अबी ने 2011 में इंटरनेशनल लीडरशिप इंस्टीट्यूट, अदीस अबाबा के सहयोग से लंदन के ग्रीनविच विश्वविद्यालय में बिजनेस स्कूल से मास्टर ऑफ आर्ट्स की उपाधि प्राप्त की है। उनके पास बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का मास्टर भी है। मास्टर के बाद अबी के पास पीएचडी की भी डिग्री है।
★ अबी के मोटीवेशन : अली को इथोपिया का नेल्सन मंडेला भी कहा जाता है. इसकी वजह यह है कि वह नेल्सन मंडेला से प्रेरित रहे हैं. 29 साल तक जेल में रहने के बाद मंडेला जब बाहर निकले थे तब अली 13 साल के थे. वह अक्सर मंडेला की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहना करते थे.
अली ने इथोपिया और इरीट्रिया के बीच 22 साल पुराने युद्ध को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई है. जुलाई 2018 में दोनों देशों के बीच शांति समझौता हुआ था. उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के कुछ महीनों बाद यह कामयाबी हासिल की थी.
★ क्यों है चर्चा मे : इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार उनके देश के चिर शत्रु इरिट्रिया के साथ संघर्ष को सुलझाने के लिए दिया गया है। नोबेल पुरस्कार जूरी ने बताया अबी को शांति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने के प्रयासों के लिए और विशेष रूप से पड़ोसी इरिट्रिया के साथ सीमा संघर्ष को सुलझाने के निर्णायक पहल के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
★ कब आये नज़र मे : 1994 में, जब रवांडन नरसंहार हुआ, तो अबी को संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन के सदस्य के रूप में तैनात किया गया था। लेकिन 2010 के बाद ही अबी ने राजनीति की ओर कदम बढ़ाया और ओरोमो पीपुल्स डेमोक्रेटिक ऑर्गनाइजेशन (ओपीडीओ) में शामिल हो गए। 43 वर्षीय अली जब अप्रैल 2018 को इथियोपिया के प्रधान मंत्री बने, जब उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह इरिट्रिया के साथ शांति वार्ता फिर से शुरू करना चाहते हैं। उनका पूरे देश मे विरोध किया गया।
★ साल 2018 में बने प्रधानमंत्री : अबी अहमद साल 2018 के अप्रैल महीने में इथियोपिया के प्रधानमंत्री बने। वो अफ्रीकी देशों में सबसे युवा राष्ट्राध्यक्ष बने।
★ पीएम पद संभालते ही लिए ये बड़े फैसले : अबी अहमद ने इथियोपिया का पीएम पद संभालते ही देश में सुधार प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के 100 दिनों के अंदर अपने देश से आपातकाल हटाया, मीडिया से सेंसरशिप हटाई और बड़ी संख्या में जेल में बंद विपक्षी कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया। अबी ने देश के बाहर निर्वासित जीवन जी रहे इथियोपिया के असंतुष्ट नेताओं को भी वापस आने की अनुमति दी।
★ पड़ोसी देश के साथ सुलझाया सीमा विवाद : अबी अहमद के बड़े कामों के अंदर पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ सीमा विवाद को सुलझाना भी है। अबी ने इरिट्रिया के साथ लंबे लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को खत्म करने की पहल की। उन्होंने पीएम पद संभालने के महज 5 महीने बाद इरिट्रिया के साथ सीमा समझौता किया। आपको बता दें कि इथियोपिया और इरिट्रिया के बीच 20 सालों से सैन्य तनाव चल रहा था, दोनों देशों के बीच युद्ध भी हो चुका है। अबी को उनके शांति प्रयासों के लिए ही इथियोपिया का नेल्सन मंडेला कहा जाता है। इसके अलावा भी अबी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई बार विवादों को हल करने में मध्यस्ता कर चुके हैं।
★ क्या कहा नोबेल समिति ने : अपनी घोषणा में, नोबेल शांति पुरस्कार समिति ने कहा: “अबे ने अपने पहले 100 दिन प्रधानमंत्री के रूप में देश के आपातकाल की स्थिति को उठाने में बिताए, हजारों राजनीतिक कैदियों को माफी दी, मीडिया सेंसरशिप को बंद कर दिया, गैरकानूनी विरोधी समूहों को वैध किया, सैन्य और नागरिक नेताओं को बर्खास्त किया। जिन पर भ्रष्टाचार का संदेह था, और जो इथियोपिया के राजनीतिक और सामुदायिक जीवन में महिलाओं के प्रभाव को बढ़ा रहे थे ”।