विटामिन सी से युक्त ,खट्ठा, मीठा रसीला फल. सुनकर ही मुँह में पानी आ जाता है. यहाँ बात की जा रही है मौसम्बी के बारे में. जितना अच्छा यह स्वाद में होता है, उससे कहीं ज्यादा सेहत के लिए लाभकारी भी रहता है, यह मौसम्बी का फल. मोसंबी दक्षिणपूर्व एशिया में अत्यधिक पायी जाती है. अलग अलग देशों में अलग अलग नाम है इसके, परन्तु इसका स्वाद सबकी जुबान पर एक जैसा राज करता है. ईरान में इसे “लिमु शिरीन” कहते हैं, तो नेपाल में “मौसम”. भारत में तो विभिन्न राज्य में भी इसे अलग नाम से पुकारा जाता है. उत्तर भारत में इसे “मौसम्बी” तो तेलुगु में इससे “बथया कायलु” और तमिल में “सथुकडी” के नाम से जाना जाता है यह फल.गर्मियों के दिनों में मोसंबी का खट्टा मीठा जूस अमृत से कम नहीं है. ये बात सभी जानते हैं कि मोसंबी में विटामिन सी और पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है. खट्टे-मीठे स्वाद के चलते मोसंबी का जूस भारत का सबसे लोकप्रिय जूस है जो हर गली नुक्कड़ पर बेहद आसानी से मिलता है. मोसंबी में फाइबर भी पाया जाता है जो हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।
Mausami Khane ke Fayde (मौसमी फल खाने के फायदे)
- नियमित मौसम्बी जूस पीने से भूख बढ़ती है, रक्त शुद्ध होता है. पुरुषों में शुक्राणु की संख्या और क्वालिटी में वृद्धि होती है.
- वजन घटाने और Blood pressure control के लिए मौसम्बी जूस (Sweet lime juice) के साथ एक गिलास हल्का गर्म पानी और शहद पीयें.
- मौसम्बी में Vitamin C खूब होता है, इससे मौसम्बी का जूस पीने से स्किन में चमक आ जाती है. स्किन टाइट होती है.
- बीमार होने पर मौसम्बी जूस पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये एंटीओक्सिडेंट तत्व से भरपूर होता है. यह बीमारी से लड़ने की शक्ति मजबूत करता है और शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने की ताकत देता है.
- शुगर (Diabetes) के रोगी को मौसमी के जूस में आंवला का रस और शहद मिलाकर सुबह खाली पेट पीना चाहिए, इससे ब्लड शुगर लेवल कण्ट्रोल में रहता है.
- जितना स्वादिष्ट एवं सिला यह स्वाद में होता है उतना ही लाभदायी भी है. आप चाहे तो जूस, मुरब्बा, अचार, कैंडी या किसी और रूप में इसे उपयोग में ला सकते हैं. रूप चाहे जो भी हो, फायदे अनेक हैं इस फल के.
कब्ज का दुश्मन:
मौसम्बी में मौजूद एसिड कब्ज के लिए दोषी टोक्सिन को बढ़ने नहीं देते. साथ ही साथ इसमें पाये जाने वाले फाइबर तत्व भी कब्ज की शिकायत को कम करने में में सहायक होते हैं. कब्ज की परेशानी से बचने के लिए घरों में मौसम्बी को नमक के साथ खाने की हिदायत दी जाती है.
स्कर्वी से बचाए:
स्कर्वी, विटामिन सी की कमी से होने वाली बीमारी है. मसूड़ों में सूजन, मसूड़ों से खून आना, मुँह के छाले आदि स्कर्वी के लक्षण हैं. चूँकि मौसम्बी विटामिन सी का स्त्रोत है, इसमें विटामिन सी तथा अम्लीय तत्त्व प्रचार मात्रा में मौजूद हैं. इसीलिए इसका नियमित सेवन स्कर्वी से बचने का अचूक उपाय है.
कैंसर से बचाए:
मौसम्बी में जो लिमोनोइड्स मौजूद होते हैं. वे शक्कर (ग्लूकोस) से क्रिया कर के आसानी से पचने वाले रस में परिवर्तित होता है. यह लिमोनोइड्स विभिन्न कैंसर से लड़ने में सहायक होते हैं.
आर्थराइटिस से बचाव:
मौसम्बी या उसके रस का सेवन सूजन, जोड़ों में दर्द एवं फॉलिक एसिड की अधिकता से होने वाले आर्थराइटिस से लड़ने में सहायक होता है. इस फल का सेवन 2 प्रकार के osteoarthiritis तथा rheumatoid आर्थराइटिस के लक्षण को कम करता है.
वजन कम करें, स्फूर्ति बढ़ाये:
मौसम्बी का सेवन शरीर को तरोताज़ा रखता है. नियमित रूप से मौसम्बी के रस को शहद तथा गुनगुने पानी के साथ पीने से शरीर का अतिरिक्त वसा कम होता है एवं शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है .