चिकन! दोस्तों चिकन खाना किसे नही पसन्द होता है। अगर कोई चिकन लवर है तो आप उससे इसकी इम्पोर्टेंस पूछ सकते है। जो लोग नॉनवेज खाते है उनके मुँह मे तो चिकन का नाम सुनते ही पानी आ ही जाता है। क्या आपको पता है कि चिकन की एक नस्ल है जिसका नाम है कड़कनाथ मुर्ग़ा। आजकल कई लोग जो नॉन वेज खाने खाते है उनको इस प्रजाति के चिकन ख़ूब पसन्द आ रहा है, चिकन के साथ साथ इस नस्ल के अंडे भी ख़ूब खाएं जा रहे है। कड़कनाथ चिकन के दाम इनके वजन और आयु के हिसाब से निर्धारित किए जाते हैं, इसलिए आप जो चिकन खरीदेंगे उनके दाम उनके वजन और आयु पर निर्भर होंगे. कड़कनाथ नस्ल के चिकन को आप अपने नजदीकी पशुपालन या किसी पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय से खरीद सकते हैं.
आज़कल इस मुर्ग़े का बिज़नेस भी ख़ूब चल रहा है। जो लोग कड़कनाथ मुर्ग़े का पोल्ट्री फार्म खोल रहे है वो लोग इसके चिकन और अंडे को बेच कर ख़ूब मुनाफ़ा कमा रहे है।
★ तैयार करें अपना बिजनेस प्लान :—-
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस को स्टार्ट करने से पहले आपको इस बिजनेस से जुड़े एक प्लान को भी तैयार करना होगा और इस प्लान में आपको कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कैसे किया जाता है, किस तरह से किया जाता है, इस व्यापार के साथ जुड़े नुकसान, फायदें और किन लोगों द्वारा कड़कनाथ चिकन खरीदा जाता है, ये सब लिखना होगा. याद रहे हैं कि किसी भी व्यापार को स्टार्ट करने की नींव उससे जुड़े हुआ बिजनेस प्लान होता है. इसलिए आपको हर हालत में अपने बिजनेस प्लान को एकदम सही तरह से बनाना होगा.
★ व्यापार का पंजीकरण :—-
कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म खोलने से पहले आप अपने पोल्ट्री फार्म को मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज के तहत पंजीकृत करवा लें. पोल्ट्री फार्म का पंजीकरण करवाने से आपको एक उद्योग आधार कार्ड मिल जाएगा और इस कार्ड की मदद से आप सरकार की तरफ से पोल्ट्री फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए चल रही स्कीमों का लाभ उठा सकेंगे.
★ कड़कनाथ चिकन के नस्ल के बारे में जानकारी :–
काले रंग का मुर्ग़ा और भूरे रंग का अंडा देने वाला कड़कनाथ चिकन भारत के मध्य प्रदेश राज्य के झाबुआ डिस्ट्रिक्ट में पाया जाता है। काला रंग होने के कारण इसका चिकन भी काला ही होता है।।
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल राज्य में कड़कनाथ चिकन से जुड़े कई सारे पोल्ट्री फार्म हैं और इन राज्य में इन चिकन की काफी मांग भी है.
★ कड़कनाथ चिकन बेचने से क्या फ़ायदे है :—
अगर आप कोई बिज़नेस स्टार्ट कर रहे है तो कड़कनाथ का पोल्ट्री फार्म खोल सकते है क्योंकि इसमें आपको मोटा मुनाफ़ा कमाने से कोई नही रोक सकता है। कड़कनाथ का चिकन और इसका अंडा बहुत महंगे दाम पर बेचा जाता है। इसको खाने वाले मुँह माँगी कीमत पे इसको ख़रीदते है।
★ कड़कनाथ चिकन के अंडे और मांस के दाम :—–
इन मुर्गियों द्वारा दिए गए अंडे बाजार में 40 से 50 रुपए तक के बिकते हैं, जो कि काफी अधिक मूल्य है. जबकि इस चिकन के मांस की कीमत के बारे में बात की जाए तो, इस नस्ल के चिकन का मांस बाजार में कम से कम 800 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है.
★ मांस निकालने की प्रक्रिया :—-
एक बार जब आपके पोल्ट्री फार्म में रखे हुए कड़कनाथ चिकन का अच्छे से विकास हो जाए, तो आप उनको मारकर उनका मांस निकाल सकते हैं।
कड़कनाथ चिकन का विकास होने में 105 से 115 दिनों का टाइम लगता है. इस समय सीमा में इनका वजन .25 से 1.75 किलोग्राम तक बढ़ जाता है. मांस निकालना आसान काम नहीं है इसलिए आप केवल उन्हीं लोगों को मांस निकालने की जिम्मेदारी दें, जिन्हें मांस किस तरह से निकाला जाता है इस बात का अनुभव हो.
मांस निकालने के बाद उस मांस को अच्छे से साफ करना होता है और फिर उसे अच्छे से काटना होता है. काटने के बाद आपको इस मांस को पैक कर फ्रिज में रखना होता है, ताकि ये खराब ना हो सकें
इस तरह से ये मांस दुकान में बेचने के लिए तैयार हो जाता है और आप जब चाहें इसे बेच सकते हैं. हालांकि आप कोशिशि करें, कि आपको ज्यादा दिन मांस फ्रिज में स्टोर करके ना रखना पड़े, क्योंकि ज्यादा दिन फ्रिज में मांस रहने से उसका स्वाद बदल जाता है.
★ कैसे शुरू करें कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग व्यापार :—-
दोस्तों! आपको बता दे कि कोई भी पोल्ट्री फार्म एक बड़े जगह मे खोली जाती है। तो अगर आप कड़कनाथ चिकन का बिज़नेस स्टार्ट कर रहे है तो सबसे पहले एक बड़ी जगह का चुनाव करिए। अगर ये जगह आपकी निजी है तो बहुत अच्छी बात है नही तो आप इसको रेंट पे भी ले सकते है। आप इस स्थान पर मुर्गी और मुर्गों को रखने के लिए लकड़ी का घर बनवा लें. इसके अलावा इन्हें देनेवाले दाने या चारे को रखने के लिए भी आपको एक जगह बनवानी पडेगी.
★ शहर से थोड़ी दूर खोलें पोल्ट्री फार्म :——
पोल्ट्री फार्म को खोलने के लिए आप जिस स्थान का चयन करें, कोशिश करें वो शहर से थोड़ा दूर हो. क्योंकि पोल्ट्री फार्म को खोलने के लिए आपको काफी खुली जगह की जरूरत पड़ती है और अगर आप इस जगह को शहर में लते हैं तो ये आपको महंगी पड़ेगी. इसके साथ ही शहर में आपको लेबर भी काफी अधिक महंगी पड़ेगी. इसलिए आप अगर शहर से दूर पोल्ट्री फार्म खोलें तो ज्यादा बेहतर होगा.
★ स्टाफ़ को नियुक्त करें :—
पोल्ट्री फार्म किसी एक आदमी के बस की बात नही है। इसके लिए आपको बहुत सारे लोगों को जॉब पे रखना होगा। ये लोग आपकी पोल्ट्री में मौजूदा चिकन की देखरेख करेंगे और खाना पानी , साफ सफ़ाई का इंतजाम भी करेंगे। कोशिश करें इस बिज़नेस मे अनुभवी लोगों को ही काम आए रखें ,क्योंकि पोल्ट्री मे काम करना कोई आसान काम नही है।
★ लोन और सब्सिडी :—
अगर आप पैसों से ज़्यादा मज़बूत नही है तो आप बैंक से लोन ले सकते है। कई राष्ट्रीयकृत बैंक, कम ब्याज़ पे पोल्ट्री व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए लोन देते है। भारत सरकार द्वारा पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड स्कीम (पीवीसीएफ) नामक एक नई स्कीम भी शुरू की गई है. इस स्कीम की मदद से लोगों को पोल्ट्री कृषि व्यवसाय स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाती है. इसलिए आप इस स्कीम के तहत मिलने वाले लाभ भी ले सकते हैं.
★ पैकेजिंग :—-
मुर्गी और मुर्गो के मांस को पैक करने के लिए आपको लिफाफे जरूरत पड़ेगी. इसलिए आपको लिफाफे बेचने वाले विक्रता से मिलकर इन्हें खरीदने पड़ेगा. लिफाफे खरीदते समय हो सके तो आप इन लिफाफों पर अपने कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म का नाम और लोगो भी छपवा लें. क्योंकि ऐसा करने से आपके व्यापार का प्रमोशन हो जाएगा और जो लोग इन्हें खरीदेंगे उन्हें पता चल सकेगा कि किस जगह से ये चिकन का मांस आया है.
★ मार्केटिंग :—-
वैसे तो कोई भी बिज़नेस आप करने की सोच रहे है तो पहले आपको बिज़नेस की मार्केटिंग के बारे मे ज़्यादा सोचना चाहिए, क्योंकि मार्केटिंग करने से कोई भी बिज़नेस अच्छा चलता है। आप भी अपने पोल्ट्री फार्म की मार्केटिंग करने के बारे मे योजना बना लें।
प्लान बनाने के बाद आपको मार्केट रिसर्च करनी होगी. मार्किटंग रिसर्च की मदद से आपको अपने व्यापार को बढाने के लिए मार्केटिंग के बेहतरीन तरीके मिलेंगे और आपको ये पता चल सकेगा, कि आपकी टारगेट ऑडियंस कौन है, किन जगहों पर आपके कड़कनाथ चिकन की मांग ज्यादा है और आप किस तरह से अपने कड़कनाथ चिकन की प्रमोशन कर सकते हैं। आप अपने कड़कनाथ का प्रचार पम्पलेट छपवाकर, बैनर बना कर, या किसी लोकल अखबार, चैंनल या फिर किसी रेडियो चेंनल से करा सकते है।
आप चाहे तो सोशल मीडिया की मदद ले सकते है। आजकल के टाइम मे वाट्सअप, फेसबुक, या इंस्टाग्राम भी किसी भी चीज़ के प्रचार प्रसार के लिए एक अच्छा माध्यम हो सकते है।