लिवर यानी यकृत की कोशिकाओं में संग्रहित वसा का बढ़ जाना ही फैटी लिवर कहलाता है। ऐसा होने पर लिवर सही तरह से अपना काम यानी रक्त से विषाक्त पदार्थों को अगल नहीं कर पाता है।लिहाजा ऐसा होने पर व्यक्ति बीमार महसूस कर सकता है। खराब लाइफस्टाइल और अस्वस्थ भोजन से कई हेल्थ की प्रॉब्लम हो सकती हैं उन्हीं में से एक है फैटी लिवर। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। फैटी लिवर वह स्थिति होती है, जब लिवर की कोशिकाओं में गैर जरूरी फैट की मात्रा बढ़ जाती है और इससे लिवर को स्थायी नुकसान का खतरा रहता है। इंफ्लैमटॉरी एक्शन से लिवर के के टिशू सख्त हो जाते हैं। अगर आप सुरक्षित और सेहतमंद रहना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इसका इलाज जरूर करना चाहिए।
फैटी लीवर दो तरह के होते है पहला नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर और दूसरा अल्कोहलिक फैटी लिवर। जो लोग शराब का सेवन नहीं करते हैं या कम मात्रा में करते हैं, उन्हें नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। दुनिया भर में यह स्थिति बहुत आम है, खासकर पश्चिमी देशों में। अमेरिका में इस बीमारी से करीब 8 से 10 लाख लोग प्रभावित हैं।
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन(JAMA) ने अपने एक जर्नल में यह रिपोर्ट प्रकाशित की है कि जिन लोगों की फैटी लिवर की शिकायत है उन्हें भूल से भी जूस, कोल्ड ड्रिंक या फल ज्यादा नहीं खाने चाहिए। क्योंकि आने वाले समय में उन्हें लिवर से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादतर लोग अपनी लाइफस्टाइल में फल और फलों के जूस का सेवन करते हैं लेकिन फैटी लिवर वालों के लिए इसका सेवन करना खतरनाक साबित हो सकता है। कई बार ऐसा होता है फैटी लिवर के लक्षण भी शरीर में दिखने लगते हैं लेकिन ज्यादातर लोग इसे इग्नोर कर देते हैं
Fatty Liver Kya khana Chahiye (फैटी लीवर में क्या खाए)
- लीवर बढने या अन्य लीवर के रोगों में मरीज का खाना हल्का और आसानी से पचने वाला होना चाहिए
- जौ के आटे की रोटी, जौ का सत्तू, मूंग की दाल, साबूदाने की खीर का सेवन करें
- हाई फाइबर वाले फल सब्जियां जैसे फलियां और साबुत अनाज अपने भोजन में शामिल करें
- नाश्ते में खिचड़ी, दलिया और उबली हुई सब्जी लें
- दोपहर के खाने में छिलके सहित आटे की दो रोटी, दो कटोरी उबली हुई सब्जी, एक छोटी कटोरी कटा हुआ पपीता और एक गिलास छाछ लें। शाम को चार बजे पपीता और अन्य कोई फल लें |
- रात के खाने में : मोटे दरदरे आटे की 1 रोटी, 1 कटोरी दलिया और सब्जियों से बना सूप लें। सोने से एक घंटा पहले बिना चीनी वाला उबला हुआ 1 कप दूध पिएं।
- फलों में पपीता, तरबूज, सेब, अनार, आंवला, नारियल खाएं।
- फैटी लीवर के रोगी को मौसमी, पपीता, अमरूद, सेब जरुर खिलाएं।
- सब्जियों में करेला, बैगन, मूली, नीबू, लहसुन, लौकी, धनिया, गाजर, ब्रोकली, बथुआ का साग का सेवन करें।
- शुद्ध गन्ने का रस और कच्चे नारियल का पानी सुबह-शाम पिएं।
- कड़वी मूली और उसके पत्तों का रस एक कप की मात्रा में सुबह-शाम पीने और इसकी सब्जी रोजाना खाने से रोग में शीघ्र आराम मिलता है।
- फैटी लीवर होने पर अनार, आंवले व मूली का रस 2-2 चम्मच मिलाकर 2-3 बार नियमित पीने से शराब के सेवन से उत्पन्न लीवर का सूजन ठीक हो जाता है।
- इस बीमारी में छाछ भी पियें और ग्रीन टी का भी सेवन करें |
- ताकत के लिए अखरोट का सेवन करें, सूरज मुखी के बीज, ओलिव आयल को अपने आहार में शामिल करें
- एक गिलास गाजर के जूस में 20 मिलीलीटर आंवले का जूस लेकर मिला लें और इसमें थोड़ा सा सेंधा नमक मिला कर पियें |
- लीवर के रोगों में पालक और चकुंदर का जूस भी लाभकारी है |
- कच्चे पपीते का थोड़ा-सा रस लेकर उसमें थोड़ी-सी चीनी मिलाकर
Fatty lever me kya Nahi Khanna Chahiye
- फैटी लीवर की बीमारी में भारी, गरिष्ठ, घी तेल में तले, मिर्च-मसालेदार भोजन का सेवन न करें
- भोजन हल्दी में न पकाएं। नमक भी नाममात्र का डालें
- घी और चीनी का प्रयोग बहुत ही कम करें। हो सके तो बंद ही कर दे तो अच्छा होगा
- फैटी लीवर में शराब, चावल, पास्ता, चाय, मैगी, चौमीन, कॉफी, तंबाकू, मांस खासकर रेड मीट और मिठाइयां न खाएं-पिएं
- सफेद डबलरोटी, बर्गर, जंक फ़ूड और मैदा से बने भोजन ना खाएं
- सोडा, कोला, एनेर्जी ड्रिंक, प्रोसेस्ड फ़ूड आदि से परहेज रखें
- कम वसा वाले, कम-कैलोरी वाले आहार आपको वज़न कम करने (How to Lose Weight in hindi )और फैटी लीवर की बीमारी से छुटकारा दिलवा सकता है