दोस्तों! कई लोग आजकल कुत्ते तो पाल लेते है लेकिन उनको कुत्तों को रखने का कोई भी तरीका नही पता होता है। न तो वो ये जानते है कि कुत्तों को क्या खिलाना चाहिए, उनको कपड़े क्या पहनाने चाहिए ,उनको किस तरह के इंजेक्शन लगवाने चाहिए या उनको किस शैम्पू या साबुन से नहलाना चाहिए। इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए मार्किट मे “डॉग ट्रेनिंग सेंटर” की खूब डिमांड बढ़ रही है। तो अगर आप भी कोई बिज़नेस स्टार्ट करने की सोच रहे है तो आप भी “डॉग ट्रेनिंग सेंटर” खोल सकते है। इससे आपको बहुत इनकम हो सकती है क्योंकि आजकल डॉग को पालना तो बहुत चाहते है लेकिन मार्किट मे ट्रेनिंग सेंटर की बहुत कमी है।
तो आइए दोस्तों हम आपको आज बतायेंगे कुछ आसान से स्टेप्स जिनको आप फॉलो करके “डॉग ट्रेनिंग सेंटर” खोल सकते है।
★ बिज़नेस की प्लानिंग करें :—-
अगर आप किसी बिज़नेस मे सफल होना चाहते है तो एक बिज़नेस प्लान बहुत ज़रूरी है। प्लानिंग आपके बिज़नेस के छोटी छोटी बातों को समझने मे हेल्प करती है। हम आपको प्लानिंग करने के लिए कुछ टॉपिक्स बता रहे है।
★ सेंटर खोलने मे आने वाली लागत :–
डॉग ट्रेनिंग सेंटर स्टार्ट करना फायेदेमंद हो सकता है। बस आपके पास एक फोन और कंप्यूटर होना चाहिए, ताकि वे अपने से ग्राहकों के साथ अच्छा संपर्क रख सकें और ऑनलाइन मार्केटिंग कर सकें। जब व्यवसाय में लागत की बात आती है, तब आपने सबसे पहले एक अच्छा बिजनेस प्लान तैयार करने के बारे में सोचना चाहिए। इसके अलावा आपको या तो किसी जगह की जरूरत होगी या फिर क्लाइंट के घर जाने के लिए ट्रांसपोर्टेशन की। अगर आप जगह का लंबे वक्त का पट्टा बनाना नहीं चाहते, तो किसी पेट स्टोर में कुछ हफ्तों के लिए किराए पर जगह लें या फिर स्थानीय उद्यान में या किसी बाउंड्री लगी खुली जगह में कुत्तों को प्रशिक्षित करें। इस तरह आप लोकेशन पर होने वाले खर्च में बचत कर सकते हैं।
★ सही लोकेशन का चुनाव करें :—
डॉग ट्रेनिंग सेंटर स्टार्ट करने के लिए आप जो जगह चुनते हैं, वही बिज़नेस के सफ़ल होने का राज है। इसीलिए सेंटर ऐसी जगह ओपन करना चाहिए जहां से आप कुत्ते और अन्य पालतू जानवरों के मालिकों तक आसानी से पहुंच सकें। अगर आपके पास ख़ुद की ऐसी कोई जगह जहाँ कस्टमर आसानी से जा सकें तो बहुत बेहतर नही तो उस जगह को आप रेंट पे भी ले सकते है। ऐसी लोकेशन सबसे अच्छी है, जहां कुत्ते तथा अन्य प्राणी पालने वाले लोग अच्छी तादाद में रहते हैं और साथ ही उनकी खर्च करने की ताकत और जीने का तरीका आपके बिज़नेस के लिए फायदेमंद है।
★ सेंटर खोलने का अनुभव :—
एक सफ़ल डॉग ट्रेनर बनने के लिए आपके पास अनुभव की ज़्यादा ज़रूरत होगी। आपको डॉग्स के साथ प्यार से बिना किसी जोर जबरदस्ती किये उन्हें अपने क़ाबू मे करना ज़रूर आना चाहिए। आपको उनके साथ बात करने और उनकी फीलिंग्स को समझने के लिए अलग अलग से टेक्निक्स आनी चाहिए, क्योंकि सेंटर पे आपको अलग अलग नस्ल के कुत्ते आते है। इस काम के लिए आपको कामचलाऊ ट्रेनिंग से काम नही चलता आपको परफेक्ट होना चाहिए। अगर आप किसी मान्यता प्राप्त से संस्था से ट्रेनिंग लेते है तो आपको इसका सर्टिफिकेट भी मिलता है। सर्टिफिकेट लेने के बाद आप किसी मशहूर डॉग ट्रेनर के पास काम करके अनुभव ले लें। इस अनुभव में बोर्डिंग केनेल पर्यवेक्षक, साईस, कुत्तों का दिवस-कालीन संचालक, पेट सिटर, डॉग शो जैसे काम आप बहुत अच्छे तरीक़े से सिख सकते है।
★ सेंटर मे फ़ीस तय करें :–
आपकी फीस तय करने से पहले अपने एरिया मे चल रहे है डॉग सेंटर्स की फ़ीस पता करें कि वो ये सर्विस कितने रुपये मे दे रहे है। आपकी फ़ीस सेंटर की लोकेशन, डॉग्स की संख्या, और सेंटर मे कितने अच्छे ट्रेनर है इन सब बातों ले डिपेंड करता है। आपकी फ़ीस आस पास चल रहे है सेंटरों से ज़्यादा नही होनी चाहिए। फ़ीस या तो बराबर होनी चाहिए या कम हो तो ज्यादा बेहतर है। आप ये ज़रूर ध्यान दे की ली जा रही फ़ीस आपके एरिया के अनुसार सही है कि नही । कई ट्रेनिंग सेंटर्स घंटे के हिसाब से अपनी फ़ीस चार्ज करते है।
★ सेंटर का प्रचार प्रसार कैसे करें :–
वैसे तो हर बिज़नेस की मार्केटिंग बहुत ज़रूरी है ,तो अपने ट्रेनिंग के सेंटर की भी आपको मार्केटिंग करनी होगी। आप आपने सेंटर्स को सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, वाट्सएप या इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म को भी यूज़ कर सकते है। दूसरा जरिया है पेट सिटर्स, कुत्ते घुमाने वाले, वेटरनरी अस्पताल और पेट बुटीक्स के साथ संपर्क बढ़ाने का और उनके द्वारा ग्राहकों को आपकी सेवाओं के बारे में जानकारी देने का। आप अपने ग्राहकों को अन्य डॉग ओनर्स से सिफारिश करने के लिए बोल सकते है और उन्हें इसके बदले ट्रेनिंग मे छूट देने के लिए बोल सकते है।
दोस्तों! अगर आप भी एनिमल्स जैसे डॉग्स से प्यार करते है तो ये बिज़नेस आपके लिए बेस्ट होने वाला है। तो तुरंत स्टार्ट कर दीजिए।