बिजी लाइफ के चलते किसी के पास अपनी सेहत का ध्यान रखने तक का टाइम नहीं है। आजकल ज्यादातर लोग कंप्यूटर या मोबाइल फोन में सारा दिन नजरे गढ़ाए रहते है, जिसका नतीजा कमजोर आंखे है। कमजोरी आंखों की समस्या केवल बढ़ती उम्र में ही नहीं बल्किन छोटी उम्र के बच्चों में भी दिखाई देती है जिस वजह से उन्हें बचपन में ही चश्मा लग जाता है। जिस वजह से चश्में का नंबर धीरे-धीरे बढ़ता रहता है और चश्मा हमेशा के लिए आंखों पर लग जाता है।
आजकल कई लोग आंखों के कम दिखने से परेशान हैं और उन्हें हर वक्त चश्मा या फिर लेंस लगाए रखने पड़ते हैं. एक बार जिन लोगों को चश्मा लग जाता है उनके चश्मे का नंबर भी बढ़ता रहता है और ये उम्र भर की सिर दर्दी बन जाता है.अगर वक्त रहते अपनी दृष्टि और इसमें परेशानी के कारणों पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो चश्मा चढ़ने की स्थिति आ जाती है
योग की कुछ क्रियाएं अपना कर हम न केवल आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि आंखों पर लगे चश्मे को भी हटा सकते हैं
Chasma Hatane ke Gharelu Upay चस्मा हटाने के घरेलू उपाए
क्रिया नम्बर-1 :
पद्मासन, सिद्धासन, सुखासन या कुर्सी पर बैठ कर या सीधे खड़े होकर दायें हाथ को सामने की ओर सीधा फैला दें। इस हाथ की मुट्ठी बंद कर अंगूठे को ऊपर की ओर सीधा तान दें। अब दोनों आंखों को सामने के अंगूठे पर केन्द्रित करें। पलकों को बिना झपकाए आरामदायक अवधि तक अंगूठे पर केन्द्रित रखते हुए वापस पूर्व स्थिति में आएं। इस क्रिया का 2-3 बार अभ्यास करें।
क्रिया नम्बर-2 :
ऊपर दिए आसनों में से किसी एक में बैठ कर अपने दोनों हाथों को कंधों की ऊंचाई तक अगल-बगल उठाएं। चेहरे को सामने की ओर स्थिर रखते हुए दोनों आंखों की पुतलियों को दाएं हाथ के अंगूठे की तरफ ले जाएं। इसके बाद दोनों आंखों की पुतलियों को बाएं हाथ के अंगूठे पर केन्द्रित करें। इसी प्रकार उन्हें बारी-बारी से दोनों अंगूठों पर घुमाएं। यह क्रिया 5-7 बार करें।
क्रिया नम्बर-3 :
उपरोक्त में से किसी एक आसन में स्थिरतापूर्वक बैठ जाएं। चेहरे एवं सिर को पूर्णतया स्थिर रखते हुए आंख की पुतलियों को अधिकतम ऊपर ले जाएं। आंखों की पलकों को बिना झपकाए ऊपर की ओर देखें। पलकों को तब तक न झपकाएं, जब तक आंखों में जलन महसूस न होने लगे या उनसे पानी न निकलने लगे। यही क्रिया आंख की पुतलियों को दाएं-बाएं तथा नीचे की ओर रख कर भी करें और अपनी सुविधानुसार इसे तीन-चार बार करें।
क्रिया नम्बर-4 :
उपर्युक्त वर्णित किसी भी आसन में बैठ कर दोनों हाथों की हथेलियों को अच्छी तरह से आपस में इतना रगड़ें कि हाथों में पर्याप्त गर्मी आ जाये। इसके बाद हथेलियों को बन्द आंखों पर कुछ देर तक रखें। इस समय बन्द आंखों से काले आसमान पर दृष्टि स्थिर रखें। कुछ देर बाद हथेलियों को आंखों से हटा कर नीचे रखें।
योग के साथ ही साथ हमें अपने खान पान पे भी विशेष ध्यान देना चाहिए। हमे ये ध्यान रखना चाहिए कि जब हमें चश्मे लगा हुआ है तो हम ऐसे चीज़ों को खाये जो पौष्टिक, प्रोटीन युक्त और स्वास्थ्य वर्धक हो । हमें अपने नियमित खान पान मे इन चीज़ों को शामिल करना चाहिए।
- दूध, गाजर, पपीता, आंवला, आम, कच्चा नारियल, घी, मक्खन, अंजीर तथा गूलर का पर्याप्त सेवन करें।
- गाजर का एक कप और पालक के दो कप रस मिला कर दिन में 2-3 बार पिएं।
- हरी सब्जियां जैसे पालक, पत्ता गोभी, लौकी, चौलाई तथा मेथी का पर्याप्त सेवन करें।
- गाय का दूध पीने से आंखों की ज्योति बढ़ती है।
- आंखों से स्ट्रेस दूर करने के लिए अपनी दोनों हथेलियों को आपस में रगकर गर्मी पैदा करें। फिर आंखे बंद करके हथेलियों को आंखों पर रखें। इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि आंखों पर हाथ रखते पर रोशनी बिल्कुल ना आएं। दिन में ऐसा 3-4 बार करें।
- इसके अलावा आंखों को आंवले के पानी से धोने या आंखों में गुलाब जल डालने से भी ये स्वस्थ रहती हैं।
- आंखों के हर तरह के रोग जैसे पानी का गिरना, आंखे आना, आंखों की दुर्बलता आदि होने पर रात को 7-8 बादाम भिगोकर सुबह पीसकर पानी में मिलाकर पीएं।
- एक लीटर पानी को तांबे के जग में रात भर के लिए रख दें और सुबह उठकर इस पानी को पीएं। तांबे में रखा पानी शरीर विशेषकर आंखों को बहुत फायदा पहुंचाता है।
- कान के ठीक पीछे यानि कनपटी पर गाय का घी की हल्के हाथ से रोजाना मसाज करने से आंखो की रोशनी बढ़ती है।
- नींबू एवं गुलाब जल को समान मात्रा में मिलाकर 1-1 घण्टे के अंतर में आंखो में डालने से आंखो में ठंडक मिलती है।
- आंवले का मुरब्बा बनाने का दिन में दो बार खाएं इससे आंखों की रोशनी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
- एक चम्मच सौंफ (सौफ खाने के फायदे )दो बादाम और आधा चम्मच मिश्री पीस लें इसे रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ लें।
- जीरे और मिश्री को बराबर मात्रा में पीस लें इसे रोजाना एक चम्मच घी के साथ खाएं।
- पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करके सोएं। सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें व नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें आंखों की कमजोरी दूर हो जाएगी।
- केला, गन्ना खाना आंखों के लिए हितकारी है। गन्ने का रस पीएं। एक नींबू एक गिलास पानी में पीते रहने से जीवन भर नेत्र ज्योति बनी रहती है।
- तीन भाग धनिया के साथ एक भाग चीनी मिक्स करें। दोनों को पीसकर पेस्ट बना लें। फिर इसे पानी में गर्म करें और एक घंटे के लिए कवर करके रख दें। फिर एक साफ कॉटन का कपड़ा लेकर इस मिश्रण को छान लें और आंखों में आई ड्रॉप की तरह इस्तेमाल करें।
- बालों पर रंग, हेयर डाई और केमीकल शैम्पू लगाने से परहेज करें ।