आपका सिबिल स्कोर और रिपोर्ट, लोन लेने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं और जब किसी व्यक्ति का कम स्कोर होता है तो आपको लोन लेने मे परेशानी हो सकती है, इसलिए यदि आपका क्रेडिट स्कोर बुरा है और आप अपने सिबिल स्कोर को बेहतर करना चाहते हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अपने पास उपलब्ध विकल्पों को समझ लें. यह ज़रूरी नहीं है कि किसी क्रेडिट सुधार कंपनी के पास जाकर एक बहुत बड़ी राशि का भुगतान करना ही सबसे बढ़िया समाधान हो. सिबिल का किसी भी क्रेडिट सुधार कंपनी से संबद्ध नहीं है.
★ सिबिल स्कोर को प्रभावित करने वाले कारक
सिबिल स्कोर को प्रभावित करने वाले कुछ मुख्य कारक इस प्रकार से हैं।
यदि आपने अभी अभी नौकरी करना शुरू किया है और आप क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए पहली बार आवेदन कर रहे हैं तो स्वभाविक है की आपका क्रेडिट स्कोर बिलकुल कम होगा।
यदि आप क्रेडिट कार्ड के बिल या ऋण का भुगतान बिना देर किये समय समय पर करते रहते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर भी बेहतर होता जायेगा।
आपके द्वारा इस्तेमाल में लायी जाने वाली क्रेडिट सीमा के साथ आपका सिबिल स्कोर भी ऊपर नीचे होता रहता है।
लम्बी अवधि तक बिलों का समय से पुनर्भुगतान आपके स्कोर को बढाने में सहायक है।
यदि आप पर असुरक्षित ऋण जैसे क्रेडिट कार्ड लोन इत्यादि अधिक है तो इससे आपका स्कोर प्रभावित होता है।
बहुत सारे ऋणों एवं क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना भी आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
यदि आपने किसी रिश्तेदार या दोस्त की गारंटी दे रखी है और वह ऋण चुकता कर पाने में नाकाम हो रहा है या देरी कर रहा है। तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी कम हो सकता है।
ऋणों का निपटान करते समय यह सुनिश्चित करें की आपने मूल राशि , ब्याज, एवं अन्य लागू शुल्कों का भुगतान कर लिया हो और ऋण खाता बंद करा दिया हो ।
आपके पास सुरक्षित एवं असुरक्षित ऋणों का मिश्रण होने से यह आपके स्कोर को सकरात्मक रूप से प्रभावित करता है।
ऋण के निपटान में आने वाली कोई भी विफलता आपके सिबिल स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी क्योंकि यदि व्यक्ति बैंक का पूरी तरह से ऋण चुकाने में असमर्थ होता है। तो बैंक अपनी रकम वसूलने के लिए व्यक्ति से समझौता करने का प्रयास करता है। और इस स्थिति में समझौता हो जाने के बाद भी बैंक उस खाते को सेटल्ड के तौर पर चिन्हित करते हैं न की क्लोजर के तौर पर। इसलिए इसका स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
◆ सिबिल स्कोर बढाने के तरीके ◆
सिबिल स्कोर बढाने के कुछ मुख्य तरीके इस प्रकार से हैं ।
● यदि आप पर आपके क्रेडिट कार्ड का कुछ भी अमाउंट आउटस्टैंडिंग है तो उसका भुगतान करें ।
● क्रेडिट सीमा का इस्तेमाल संतुलन में करें अर्थात एक साथ बहुत अधिक खर्चा न करें हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट में बैलेंस बना रहने दें।
● आपको अपने सबसे पुराने क्रेडिट कार्ड का अधिक इस्तेमाल करना होगा। अपने सबसे पुराने कार्ड का इस्तेमाल करना नही छोड़े , बल्कि उसे रिन्यू भी कराये और उसका इस्तेमाल भी करें । जिससे बैंकों का आप पर विश्वास बढेगा। एक ऐसा क्रेडिट कार्ड खाता जिसका इस्तेमाल लम्बे समय से किया जा रहा हो क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने में सहायक होता है ।
● अपने सिबिल स्कोर को बढाने के लिए आप क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट बढाने सम्बन्धी बैंक द्वारा दिए जाने वाले किसी भी ऑफर को स्वीकार कर सकते हैं।
● यदि आप कोई ऋण लेने का प्लान बना रहे हैं तो इसे लम्बी अवधि के लिए लें और हर किस्त का समय पर पुनर्भुगतान करें। लम्बी अवधि के लिए समय पर भुगतान आपके क्रेडिट स्कोर को बढाने में सहायक होता है।
● यदि आपकी लोन एप्लीकेशन किसी बैंक ने कमजोर सिबिल स्कोर होने कारण रिजेक्ट कर दी है तो ध्यान रहे तुरंत दुसरे बैंक से लोन के लिए अप्लाई न करें। कम से कम छह महीने का समय अवश्य लें। बार बार सिबिल सुधार के लिए कहने पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
● व्यक्ति द्वारा अपनी सिबिल रिपोर्ट में किसी प्रकार की कमी या गलती जैसे लोन क्लोजर में गलती, किये गए पुनर्भुगतान में ग़लती, या वित्तीय खाते में कोई ग़लती तो सम्बंधित बैंक या ऋणदाता से इसकी शिकायत तुरंत करें।
● बैंकों से दूसरों को ऋण दिलाने के लिए गारंटर बनते समय सावधानी बरतें क्योंकि यदि किसी ऐसे व्यक्ति की गारंटी आपने ले ली जो ऋण चुकता करने में असमर्थ हो। तो आपके सिबिल स्कोर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।