मानव शरीर का बीस प्रतिशत भाग प्रोटीन से बना होता है. लगभग सभी जैविक प्रक्रियाओं में प्रोटीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।प्रोटीन्स कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होते हैं लेकिन प्रोटीन्स को ऐसा करने के लिए अमीनो एसिड्स प्रेरित करते हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि अमीनो एसिड्स हमारे शरीर के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं। अमीनो एसिड इसके निर्माण कार्य में मदद करता हैं.अमीनो एसिड्स स्वस्थ जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं इसलिए हमें चाहिए कि हम अपने शरीर के स्तर को संतुलित रखने की कोशिश करें।
एमिनो एसिड का इस्तेमाल आपके शरीर के हर कोशिका में किया जाता है ताकी आप जीवित रह सके. सभी जीवों को कुछ प्रोटीन की आवश्यकता होती है, चाहे वे मांसपेशियां हो या फिर कोशिका. हमारे कोशिकाओं, मांसपेशियों और ऊतकों का एक बड़ा हिस्सा अमीनो एसिड का ही बना होता है, जिसका अर्थ है कि वे कई महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को पूरा करते हैं. जैसे कोशिकाओं को उनकी संरचना देना वे परिवहन और पोषक तत्वों के भंडारण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अमीनो एसिड का अंग अंगों, ग्रंथियों, रंध्र और धमनियों के कार्य पर भी प्रभाव होता है. वे उपचार घावों और ऊतकों की मरम्मत, विशेष रूप से मांसपेशियों, हड्डियो।
“अमीनो एसिड कितने प्रकार”
- एजे़नशियल या आवश्यक अमीनो एसिड:- यह अमीनो एसिड्स भोजन के द्वारा प्राप्त किए जाते हैं और इन्हें हमारी बॉडी स्वयं नहीं बना पाती है।
- नॉन एजे़नशियल अमीनो एसिड:- इस प्रकार के अमीनो एसिड्स का संचय बॉडी स्वयं करती है। तो इसका मतलब है कि नॉन एजे़नशियल अमीनो एसिड्स भोजन के द्वारा नहीं प्राप्त किए जाते हैं बल्कि शरीर में इनका निर्माण एजे़नशियल अमीनो एसिड्स के कारण होता है।
- कंडीशनल अमीनो एसिड:- कंडीशनल अमीनो एसिड्स की आवश्यकता तब तक नहीं पड़ती है जब तक कि हमारा शरीर रोगग्रस्त या तनावग्रस्त न हो जाए। कंडीशनल अमीनो एसिड्स का निर्माण एजे़नशियल और नॉन एजे़नशियल अमीनो एसिड्स के कारण ही होता है।
“एमिनो एसिड के फायदे”
- थकान को कम करता है :-अमीनो एसिड्स थकान के स्तर को चमत्कारिक रूप से काम करते हैं। स्वीडन में हुए एक शोध में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि अमीनो एसिड्स मेंटल और फिजिकल दोनों ही प्रकार की थकान के लेवल को कम करने में सहायक होते हैं।
- मस्तिष्क के लिए फ़ायदेमंद :- अमीनो एसिड्स मस्तिष्क को काफ़ी फ़ायदा पहुँचाते हैं।टायरोसाइन नामक अमीनो एसिड काग्निटिव परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है। इतना ही नहीं बल्कि यह अमीनो एसिड्स स्ट्रेस लेवल को कम करता है। टायरोसाइन मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ करता है।
- मांसपेशियों के लिए कार्य :प्रोटीन कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होते हैं और ये डैमेज हुई कोशिकाओं की फिर से मरम्मत करने के लिए भी कार्य करते हैं। प्रोटीन्स मांसपेशियों के लिए फ़ायदेमंद होते हैं लेकिन असल बात तो यह है कि प्रोटीन की कार्यविधि अमीनो एसिड्स के कारण होती है।
- वज़न घटाने में सहायता करते हैं:चूँकि अमीनो एसिड्स मांसपेशियों को मज़बूत करके बॉडी मास बढ़ाते हैं। यही कारण है कि अमीनो एसिड्स शरीर का वज़न घटाने में भी सहायता करते हैं।
- स्वस्थ वालों के लिए :-बाल एक प्रकार की हड्डियाँ ही होते हैं। हम कह सकते हैं कि बालों का निर्माण मुलायम हड्डियों से होता है। लेकिन जो बात सच है वो यह है कि बाल अमीनो एसिड्स के बने होते हैं।
- अमीनो एसिड्स के कारण बुढ़ापा देर से आता है:-अमीनो एसिड्स एक एंटी एजिंग फैक्टर की तरह कार्य करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अमीनो एसिड्स शरीर में फ़्री रेडिकल्स को कंट्रोल करते हैं जिससे कि त्वचा चमकदार और झुर्रियां मुक्त बन जाती है। इस तरह बुढ़ापा देर से आता है।
“अमीनो एसिड के स्रोत“
- अनाज: अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में अमीनो एसिड्स की प्रचुर मात्रा हो तो आपको अनाजों का सेवन करना चाहिए। गेहूं, चावल, दाल, चने आदि में भरपूर मात्रा में अमीनो एसिड पाया जाता है। आप अपने आहार में इन चीज़ों को शामिल करके अमीनो एसिड्स को प्राप्त कर सकते हैं।
- मांस : एनिमल प्रोटीन्स में अमीनो एसिड्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। एनिमल प्रोटीन्स पाने के लिए आप मांस का सेवन कर सकते हैं।चिकन, बीफ, अंडे, पोर्क आदि में अमीनो एसिड्स की काफ़ी मात्रा पाई जाती है। इन चीज़ों को अपने आहार में शामिल करके आप अमीनो एसिड्स प्राप्त कर सकते हैं।
- सी फूड:अमीनो एसिड्स के लिए सीफ़ूड का सेवन भी कर सकते हैं। अनेक प्रकार की मछलियों और केकड़ों के मांस में भी अमीनो एसिड पाया जाता है।
- ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें:- ड्राई फ्रूट्स अनेक प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यही कारण है कि हमें ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ड्राई फ्रूट्स में अमीनो एसिड्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है इसलिए हमें ड्राई फ्रूट्स का सेवन अवश्य करना चाहिए।