जब आप पैर के किसी अंग पर जोर देकर चलते हैं या गलत जूतें पहनते हैं तो इसका असर आपके पैरों में पड़ता है और इसी कारण कॉर्न बन जाते हैं। कॉर्न या गोखरू देखने में हैं छोटा लेकिन देता है दर्द बहुत। ये सख्त स्किन पर पैच जैसा होता है जो दर्द भरा होता है। ये कॉर्न जोड़ों पर या विशेषकर पैर के तलवे पर निकलता है। कॉर्न में दर्द होने के कारण चलने-फिरने में दर्द होता है। पैरों के पंजों या पैरों की उंगलियों पर गोल आकार का सख्त, मोटा और सफेद रंग का मृत्य त्वचा का गुच्छा दिखाई देता
मूलेठी: जब कॉर्न बनना शुरू होता है तब मूलेठी इसके दर्द को कम करने में असरदार रूप में काम करता है। मूलेठी में ग्लीसेरइज़ेन नामक तत्व होता है जो दर्द को कम करने और कड़क त्वचा को मुलायम बनाने में प्रभावकारी रूप से काम करता है
नींबू : नींबू का एन्टीफंगल और एन्टीबैक्टिरीयल गुण कॉर्न के उपचार में काम आता है। इन गुणों के अलावा नींबू का एसिडीक गुण हार्ड स्किन को सॉफ्ट और हिल-अप करने में बहुत मदद करता है
कच्चा पपीता : कच्चा पपीता स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पपीते का रस कॉर्न के कष्ट से आराम दिलाने में बहुत काम करता है
जंगली प्याज़: प्याज़ का बल्ब या कंद कॉर्न के सूजन और त्वचा में जो कड़ापन आ जाता है उसको कम करने में असरदार रूप से काम करती है। प्याज़ का एन्टीफंगल गुण इंफेक्शन से भी बचाता है और कॉर्न को कम करने में मदद करता है
लहसुन: लहसुन का एन्टीबैक्टिरीयल और एन्टीफंगल गुण कॉर्न के त्वचा को नरम करने में बहुत मदद करता है
बेकिंग सोडा: बेकिंग सोडा के एसिडिक नेचर के कारण ये कॉर्न के आस-पास के रफ स्किन को सॉफ्ट बनाने में बहुत मदद करता है। बेकिंग सोडा में नींबू का रस मिलाने से और भी वह प्रभावकारी बन जाता है
प्यूमिक स्टोन : अपने पैरों को गरम पानी में 10 मिनट के लिये डुबो कर प्यूमिक स्टोन से कॉर्न को 5 निट तक धीरे धीरे रगडे़ और डेड स्किन को हटाएं। इसके बाद पैरों को धुल कर पोंछ लें और रूई की मदद से उस पर कैस्टर ऑइल लगा कर रूई सहित उस जगह को टेप लगा कर रातभर के लिये बंद कर दें। दूसरे दिन टेप हटा कर दिन में कई बार कैस्टर ऑइल लगाएं। इसे तब तक करें जब तक कि फुट कॉर्न हमेशा के लिये ना चला जाए
सफेद सिरका: 1 भाग सिफेद सिरके और एक तिहाई पानी के घोल को कॉर्न पर लगाएं। फिर उस एरिया को बैंडडेज लगा कर रातभर छोड़ दें
तारपीन का तेल : कॉर्न वाले एरिया पर आइस से कुछ देर तक मसाज करें। फिर उसे पोछ कर उस पर तारपीन का तेल लगाएं। उसके बाद कॉर्न पर बैंडडेज बांध कर रातभर के लिये छोड़ दें। ऐसा रोजाना करें
पाइनएप्पल: पाइनएप्पल के ताजे छिलके को चौकोर भाग में काट लें। फिर इसके अंदर के भाग को कॉर्न पर रखें और ऊपर से बैंडडेज लगा कर मोजे पहन लें। रातभर ऐसे ही रहने दें और फिर सुबह बैंडडेज निकाल कर एरिया को धो लें और नारियल तेल लगा लें। ऐसा रोजाना रात में एक हफ्ते तक करें
हल्दी: हल्दी और शहद का पेस्ट बनाएं और उसे कार्न पर लगाएं। फिर इसे सूखने के लिये छोड़ दें। ऐसा रोजाना सुबह और शाम करना चाहिये