जीका वायरस एंडीज इजिप्टी नाम के मच्छर के कारण फैलता है। ये वहीं मच्छर है जिसके कारण यैलो फीवर, डेंगू और चिकनगुनियां जैसी बीमारियां होती हैं। इसका असर सबसे ज्यादा नवजात बच्चों, गर्भ में पल रहे शिशु, शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को होता है। इस वायरस के कारण लोग शारीरिक तौर से विकलांग हो सकते हैं।
यह वायरस डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की ही तरह मच्छरों से फैलता है. यह एक प्रकार का एडीज मच्छर ही है, जो दिन में सक्रिय रहते हैं. अगर यह मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काट लेता है, जिसके खून में वायरस मौजूद है, तो यह किसी अन्य व्यक्ति को काटकर वायरस फैला सकता है. मच्छरों के अलावा असुरक्षित शारीरिक संबंध और संक्रमित खून से भीजीका बुखारया वायरस फैलता है
Zika Virus Ke Lakshan जीका वायरस के लक्षण
जीका वायरस से संक्रमित कई लोग खुद को बीमार महसूस नहीं करते. हालांकि ये बीमारी बेहद गंभीर हो सकती है। इसके लक्षण धीरे-धीरे शरीर में दिखते हैं। इस वायरस से पीड़ित मरीज की त्वचा बेजान हो जाती है या उसे रैशेज होने लगते हैं। वहीं मरीज के हाथ, पैर और आंखों में जलन होती है। बुखार के साथ मरीज के सिर, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होता है। हाथ और पांव में सूजन भी आ जाती है।
लेकिन इसके आम लक्षण डेंगू बुखार की ही तरह होते हैं. जैसे थकान, बुखार, लाल आंखे, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द और शरीर पर लाल चकत्ते. ज़ीका बुखार के लक्षण दिखते ही ख़ून में Zika Virus की मौजूदगी साबित करने के लिए लीमर्स चेन रिएक्शन (पीसीआ) परीक्षण किया जाता है।गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों को ज़्यादा ख़तरा होता है। इसलिए इस अवस्था में खुद को सुरक्षित रखें | ज़ीका वायरस के मरीज़ कंप्लीट बेड रेस्ट लेना ज़रूरी है। ज़्यादा थकान वाले कामों से बचें।
- डिहाइड्रेशन से बचने के लिए ढेर सारा पानी पीना कारगर होता है।
- शरीर में दर्द होने पर पैरासिटामॉल या एसिटीमिनोफेन लिया जा सकता है। ध्यान रहे कि इबूप्रोफेन दवा बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए, जैसे – डिस्प्रिन आदि।
- कोई भी उपचार डॉक्टर की सलाह से जांच के उपरांत करना चाहिए।
- असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं। यह वायरस खून से ज्यादा वीर्य में एक्टिव रहता है।
जीका वायरस से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
- घर में मच्छर न पनपने दें।
- रात में मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- जाली वाले दरवाजे हमेशा बंद रखें ।
- घर में कही भी पानी को ठहरने नहीं दें।
- आस-पास की साफ-सफाई।
- मच्छर वाले एरिया में पूरे कपड़े पहनना।
- मच्छरों को मारने वाली चीजों का इस्तेमाल और खून को जांचे बिना शरीर में नहीं चढ़वाना।
- यात्रा से आने के बाद अगर दो हफ्ते के अंदर बुखार होता है तो तुरंत डॉक्टर से मिले।
ज़ीका बुखार के उपचार
- अभी तक कोई दवा या टीके मौजूद नहीं हैं।
- दर्द, बुखार और संक्रमण की परेशानी दूर करने वाली दवाएं दी जाती हैं।
- शरीर में पानी कम होने से बचाने के लिए ओरल हाइड्रेशन दिया जाता है।
- गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करें।