लीची में पानी की काफी मात्रा होती है। यह विटामिन सी, पोटेशियम और नेचुरल शुगर का भी अच्छा सोर्स है। इसका सेवन शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित रखता है, जिससे शरीर और पेट को ठंडक मिलती है। पाचन क्रिया सही रखने के साथ ही मस्तिष्क के विकास में भी इसकी बड़ी भूमिका है
लीची एक मीठा फल है यह जब पूरी तरह से नहीं पके तो स्वाद इसका खट्टा भी होता है. ये गर्मियों के मौसम के अंत में और बरसात के शुरुआती सीजन में ही पाया जाता है. इसका बोटेनिकल नाम लीची चिनेंसिस है. लीची सोपबैरी परिवार से आता है. यह जीनस का सदस्य है. लीची मूलतः चीन में ज्यादा उत्पादित किया जाता है, इसके अलावा यह भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, साउथ अफ्रीका, वियतनाम, ब्राजील, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड स्टेट में भी पाया जाता है क्योंकि इन देशों का मौसम और जलवायु इसकी खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त है क्योंकि वहा की जलवायु उष्णकटिबंधीय होती है. भारत में इसकी खेती बिहार के मुज़फ्फरपुर में बहुतायत में होती है. बिहार, पश्चिम बंगाल और आसाम से ज्यादा लीची का उत्पादन करता है. लीची ने लोगों की पसंद की वजह से छोटे छोटे बजारों के साथ ही पुरे विश्व के सुपर मार्केट में भी अपनी जगह बना ली है. लीची की मांग जितनी अधिक है उसका उत्पादन उतना अधिक नहीं है क्योंकि यह हर मौसम में नहीं उगाया जा सकता है. इसके लिए भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) इस पर शोध कार्य कर रहे है ताकि विभिन्न समय में भी इसकी फ़सल उगाई जा सके. लीची को कई तरह के नामों से बुलाया जाता है हिंदी में इसे लीची, तमिल में इसे विलाज़ी पज्हम, मलयालम में इसे लीची पज्हम नाम से पुकारा जाता है.
Litchi Khane ke Fayde in hindi लीची के फ़ायदे
डाइजेशन:
लीची में मौजूद विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और पाचन-प्रक्रिया के लिए जरूरी है। इससे बीटा कैरोटीन को जिगर और दूसरे अंगों में संग्रहीत करने में मदद मिलती है। फोलेट हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखता है। इससे हमारा तंत्रिका तंत्र स्वस्थ रहता है
सेहत का खजाना:
लीची को बतौर फल ही नहीं खाया जाता, इसका जूस और शेक भी बहुत पसंद किया जाता है। जैम, जैली, मार्मलेड, सलाद और व्यंजनों की गार्निशिंग के लिए भी लीची का इस्तेमाल किया जाता है। छोटी-सी लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं, जो इसे काफी फायदेमंद बना देते हैं
इम्यूनिटी बढ़ाती है:
लीची एक अच्छा ऐंटीऑक्सिडेंट भी है। इसमें मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में रक्त कोशिकाओं के निर्माण और लोहे के अवशोषण में भी मदद करता है, जो एक प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए जरूरी है। रक्त कोशिकाओं के निर्माण और पाचन-प्रक्रिया में सहायक लीची में बीटा कैरोटीन, राइबोफ्लेबिन, नियासिन और फोलेट काफी मात्रा में पाया जाता है।
- विटामिन, मिनरल्स, एंटी-ऑक्सीडेंट और डायट्री फाइबर से भरपूर लीची विटामिन आपके स्वस्थ्य के लिए बेहद लाभकारी फल है, जिसमें 66 कैलोरी प्रति 100 ग्राम की मात्रा में उपलब्ध होती है।साथ ही इसमें सैच्युरेटेड फैट या संतृप्त वसा बिल्कुल भी नहीं होता।
- लीची में मौजूद पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर ह्दय-गति और खून की चाल को नियंत्रित करता है, जिससे हृदय रोग या अटैक की संभावना कम होती है। इसमें कॉपर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करता है।
- लीची में एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी त्वचा को स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखने में सहायक हैं। लीची में विटामिन-सी भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। प्रति 100 ग्राम लीची में विटामिन-सी की मात्रा 71.5 मिलीग्राम होती है, जो प्रतिदिन की आवश्यकता का 119 प्रतिशत है
- बी- कॉम्प्लेक्स और बीटा कैरोटीन से भरपूर लीची, फ्री रेडिकल्स से रक्षा करती है, साथ ही मेटाबॉलिज्म को भी नियंत्रित करती है
- ऑथ्राईटिस में लीची खाने से लाभ होता है और दमा के मरीजों के लिए भी लीची बेहद लाभदायक फल है।इसके अलावा यह रक्तसंचार को बेहतर करने में सहायक है ।
- लीची में एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी त्वचा को स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखने में सहायक हैं।इसके साथ ही लीची, सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाव करने में भी लीची बेहद फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर की अत्यधिक मात्रा आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के साथ ही सीने और पेट की जलन को भी शांत करती है।