नाशपाती जिसे अँग्रेज़ी में Pear कहते हैं जिसे हिन्दी में नाशपाती लिखते हैं इन्हे खाने के बड़े ही स्वस्थय लाभ होते हैं. असल में नाशपाती सेब परिवार (Apple Family) से जुड़ा हुआ हैं. नाशपाती का जूस एनर्जी का बेस्ट सोर्स हैं. यह बॉडी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता हैं. इसके नियमित सेवन से सर्दी, जुकाम, खाँसी जैसी बीमारियो से कोसो दूर रहा जा सकता हैं.
नाशपाती एक मौसमी फल है. यह देखने में काफी हद तक हरे सेब जैसा लगता है. खाने में मीठा नाशपाती मोटे छिलके वाला होता है.
नाशपाती को हमारे यहां सिर्फ एक फल के तौर पर देखा जाता है लेकिल इसके पोषक तत्वों के बारे में कोई विशेष जानकारी न होने की वजह से यह आज भी बहुत अधिक प्रचलित नहीं है. पर आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नाशपाती के फायदे किसी भी अन्य फल की तुलना में कम नहीं है। नाशपाती का सेवन करने से त्वचा पर चमक आती है और साथ ही इससे बॉडी को एनर्जी भी मिलती है.
Nashpati Khane ke Fayde ( नाशपाती खाने के फायदे )
नाशपाती में एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिसकी वजह से रोग प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर बनती है और शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है. अगर आपको हड्डियों से जुड़ी कोई समस्या है तो नाशपाती का सेवन आपके लिए फायदेमंद रहेगा. इसमें बोरॉन नामक रासायनिक तत्व पाया जाता है जो कैल्शियम लेवल को बनाए रखने में कारगर होता है. . कोलेस्टरॉल में हैं रामबाण :- पेकटिन की अधिक मात्रा होने के कारण यह कोलेस्टरॉल लेवल को कम रखता हैं।
डायबिटीज कंट्रोल:
नाशपाती फाइबर युक्त होने के कारण डायबिटीज के मरीज़ो के लिए औषधि की तरह काम करता हैं. इससे मीठा खाने की तलब नही लगती हैं. यह शरीर से शुगर को धीरे-धीरे सोख लेता हैं, इसके लिए इसके रेशे यह काम करते हैं. देर तक काट कर रखी हुई नाशपाती को नही खाना चाहिए.
कैंसर से बचाव:
नाशपाती पेट के कैंसर को रोकने में मदद करता हैं. इसका रेशे पेट के कैंसर को बढ़ने से रोकते हैं. नाशपाती के सेवन से पीरियड्स के बाद महिलाओं में होने वाले कैंसर का ख़तरा कम हो जाता हैं. नाशपाती में विटामिन सी और कॉपर होते हैं जो कई प्रकार के कैंसर जैसे कोलन, ब्रेस्ट, प्रॉस्टेट और फेफड़े के कैंसर के ख़तरे को काफ़ी काफ़ी कम कर देते हैं.
इम्यून सिस्टम :
नाशपाती में मौज़ूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बना कर जुकाम, फ़्लू और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं
पाचन तंत्र के लिए:
नाशपाती में फाइबर बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता हैं. इसमे मौज़ूद पेकटिन क़ब्ज़, दस्त और अन्य पाचन से संबंधित समस्याओं को दूर करता हैं.
आँतो के लिए लाभदायक:
नियमित रूप से नाशपाती का जूस पीने से आँतो में हुई गड़बड़ी को कंट्रोल किया जा सकता हैं. नाशपाती ज़हरीले पदार्थो और केमिकल से बड़ी आँत की रक्षा करता हैं. नाशपाती का जूस दिन में दो बार पीने से कफ कम होता हैं और गले की खराश दूर होती हैं.
थकान दूर करने के लिए:
नाशपाती खाने से शरीर का ग्लूकोज एनर्जी में परिवर्तित हो जाता हैं. जब भी आप थका महसूस करे तो नाशपाती खाए तुरंत आपको एनर्जी मिलेगी. नाशपाती का जूस शरीर के तापमान को कम करके बुखार में राहत पहुचाता हैं.
सूजन ठीक करता हैं:
नाशपाती का जूस आर्थराइटिस के रोगियो के लिए फायदेमंद होता हैं. यह सूजन को ठीक करता हैं. आर्थराइटिस से परेशान मरीज़ो को नाशपाती का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए.
हड्डियो के लिए हैं फायदेमंद:
नाशपाती में अधिक मात्रा में बोरोन होता हैं. बोरोन हड्डियो में कैल्शियम बनाए रखने में मदद करता हैं. इसलिए नाशपाती का सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस होने का ख़तरा कम हो जाता हैं.
गर्भवती महिला ( Garbhwati Mahila Kya Khaye )के लिए फायदेमंद:
नाशपाती गर्भवती महिला और उसके बच्चें के लिए भी फायदेमंद होता हैं. नाशपाती में मौज़ूद फॉलिक एसिड (फोलेट) गर्भवती महिलाओं के शिशुओं में Neural Tube Defect से बचाता हैं.
Nashpati Khane ke Nuksan ( नाशपाती के नुकसान )
किसी भी चीज का ज्यादा सेवन करना आपके और आपके शारीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है. इससे आपके शरीर पर अप्रत्याशित दुष्प्रभाव पैदा हो सकते हैं. आवश्यक मात्रा से अधिक नाशपाती फल खाने से कई समस्याएं हो सकती हैं. जैसा कि नाशपाती का फल विटामिन, खनिज, इलेक्ट्रोलाइट्स, फाइटोकेमिकल्स, आहार फाइबर आदि से भरा होता है, प्रत्येक की अधिक मात्रा तदनुसार बीमारियों की विविधता का कारण बन सकती है. इससे आपको पेट की परेशानी भी हो सकती है जिससे आप अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं.
नाशपाती का चुनाव व स्टोर कैसे करें
- ताजे नाशपाती दुकानों में आसानी से मिल सकते हैं. जबकि बार्टलेट किस्म गर्मी के दौरान एक प्रमुख किस्म है, साथ ही कॉमिस, सीकल आदि मुख्य गिरावट के मौसम के नाशपाती के किस्म हैं. एशियाई नाशपाती आम तौर पर अगस्त तक फसल के लिए तैयार होते हैं, और सितम्बर तक दुकानों में उपलब्ध कराया जाता है.
- अच्छे स्वाद के साथ ताजे, उज्ज्वल, फर्म बनावट वाले फल चुने. उन फलों से बचें, जिनकी सतह पर दबाव के निशान है, क्योंकि वे अंतर्निहित विचित्र पल्प दर्शाते हैं. कुछ फलों, विशेष रूप से एशियाई किस्मों में उनकी त्वचा पर जंगली धब्बे हो सकते है.
- कमरे के तापमान पर अलग अलग चैम्बर के साथ एक टोकरी में अपर्याप्त नाशपाती रखें, या इसे पकाने के लिए पेपर में लपेटे, जैसे की आप पपीते के लिए करते हैं. जब इसमें कोमल दबाव पैदा होता है तब यह फल पका हुआ होता है. और इस तरह यह खाने के लिए तैयार हो जाता है. पपीते के गुण व फ़ायदे यहाँ पढ़ें.
- अधिकतम पोषक लाभ प्राप्त करने के लिए ताजे नाशपाती का सेवन करें. अन्यथा उन्हें रेफ्रीजरेटर में रखें जहाँ वे कुछ दिनों के लिए ताजा रहेंगे.