दोस्तो! क्या म्यूच्यूअल फंड्स के बारे मे आपकी राय क्या है? क्या आपको भी म्यूच्यूअल फंड्स पैसों की हेरा फेरी की तरह लगते है। तो आपको अब टेंशन लेने की कोई ज़रूरत नही है। हम आपको बताने जा रहे है कि म्यूच्यूअल फंड्स क्या होते है और ये कैसे काम करते है। तो आइए दोस्तों! जानते है कि क्या होता है म्यूच्यूअल फण्ड:—
क्या होता है म्यूच्यूअल फण्ड : म्यूच्यूअल फण्ड पैसों का एक कलेक्शन होता है जो निवेशक इन्वेस्ट करता है। अपना पैसा इन्वेस्ट करने के बाद इन्वेस्टर को एक अच्छा खासा रिटर्न्स मिलने लगता है। इसमें पूरी तरह से ऑनलाइन से लेकर फार्म भरकर निवेश किया जा सकता है। म्युचुअल फंड में लगाया गया पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है। म्यूचुअल फंड को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) द्वारा मैनेज किया जाता है। प्रत्येक AMC में आमतौर पर कई म्यूचुअल फंड स्कीम होती हैं। वर्ष 2018, में भारत में म्यूचुअल फंड उद्योग का कुल आकार 23 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया।
म्यूच्यूअल फंड्स मे कैसे इन्वेस्ट करें : इन्वेस्ट को लेकर बहुत से लोगों को कंफ्यूजन है कि कैसे और कहाँ इन्वेस्ट किया जाये तो हम दोस्तों ! आपको बताने जा रहे है कि कैसे आप और किन तरीको से इन्वेस्ट कर सकते है।
म्युचुअल फंड में तीन तरह से निवेश किया जा सकता है।
पहला तरीका : यह तरीका काफी आसान है। इसमें किसी एजेंट के माध्यम से निवेश करना होता है। अगर एजेंट को खोजने में दिक्कत हो तो जिस कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उस कंपनी की वेबसाइट से टोल फ्री नम्बर लेकर बात कर सकते हैं। कंपनी आपके इलाके में जो एजेंट हैं उससे संपर्क करा देगी। फिर इस एजेंट की मदद से आप निवेश कर सकते हैं।
दूसरा तरीका : ब्रोकर या किसी म्युचुअल फंड बेचने वाली वेबसाइट के माध्यम से भी निवेश किया जा सकता है। कई लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं वह अपने ब्रोकर अकाउंट के माध्यम से भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा देश में एक दर्जन से ज्यादा वेबसाइट हैं जो म्युचुअल फंड बेचती हैं। लोग इन वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के बाद म्युचुअल फंड खरीद सकते हैं। अगर जरूरत हो तो यह वेबसाइट अपने एजेंट भी निवेशक के पास मदद के लिए भेजती है।
तीसरा तरीका : डायरेक्ट प्लान में निवेश। सेबी के आदेश के बाद सभी म्युचुअल फंड कंपनियां अपनी सभी स्कीम्स में डायरेक्ट प्लान का ऑप्शन देती हैं। इनमें निवेश पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। आप म्युचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सीधे स्कीम चुनते हैं और कुछ स्टेप में निवेश की प्रक्रिया पूरी करते हैं। यहां पर पेमेंट भी ऑनलाइन करना होता है।
म्यूचुअल फंड योग्यता :
म्यूचुअल फंड में कोई भी निवेश कर सकता है। न्यूनतम 500 रुपए तक का निवेश कर सकते हैं। भारतीय निवासी और NRI दोनों म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। आप अपने जीवनसाथी या बच्चों के नाम पर भी निवेश कर सकते हैं। यदि आपका बच्चा नाबालिग है ( 18 वर्ष से कम), तो उसके नाम पर निवेश करते समय आपको अपनी जानकारी देनी होगी। जब तक वह 18 वर्ष का नहीं हो जाता/ जाती है, तब तक आप खाते को मैनेज करेंगें। यहाँ तक कि पार्टनरशिप कम्पनियाँ, LLP, ट्रस्ट और कंपनियां भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
कैसे जानें MF में निवेश के बारे मे :
अगर आप इन्वेस्ट मरने की सोच रहे है और आपको कोई सही सलाह नही मिल पा रही है तो आप एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड इन इंडिया की वेबसाइट www.amfiindia.com पर जाकर इसके बारे में जानकारी ले समते है। लेकिन इस वेबसाइट पर जानकारी लेने के बाद कुछ दिनों तक म्युचुअल फंड पर निगाह भी रखें और उनके नेट एसेट वैल्यू (NAV) में बदलाव के बारे में जानें। इससे आपकी म्युचुअल फंड के बारे में बेसिक जानकारी हो जाएगी।
म्यूचुअल फंड में क्यों निवेश करें :
मैनेज करने में आसान : आप किसी भी दिन कितने भी म्यूचुअल फंड खरीद और बेच सकते हैं। जबकि यह बैंक FD, PPF या बीमा को आप सरकारी छुट्टी या रविवार को नहीं खरीद बेच सकते हैं।
कई विकल्प: म्यूचुअल फंड आपको कम निवेश में कई स्टाक और बांड लेने की सुविधा देता है। आप जिस म्यूचुअल फण्ड में निवेश करते हैं उस फण्ड में से किसी एक जगह पैसा नहीं लगाया जाता है। बल्कि अलग-अलग जगह निवेश किया जाता है ताकि किसी एक क्षेत्र में मंदी आने से भी अन्य क्षेत्र से लाभ कम लिया जाए।
कम फीस: म्यूचुअल फंड एक्सपेंस रेश्यो आमतौर पर आपके निवेश के 1.5-2.5% तक होता है। एक्सपेंस रेश्यो वो फीस होती है जिसे आप AMC को अपना फण्ड (निवेश) मैनेज करने के लिए देते हैं। यह इसलिए कम है क्योंकि एक म्यूचुअल फण्ड में कई लोग निवेश करते हैं और सब के बीच ये फीस बात जाती है।
पारदर्शिता: म्यूचुअल फंड सेक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) द्वारा रेगुलेट किए जाते हैं और उनके NAV (नेट एसेट वैल्यू) या कीमत का घोषणा प्रतिदिन के आधार पर की जाती है। उनके पोर्टफोलियो की घोषणा भी हर महीने की जाती है और इनके बारे में विभिन्न जानकारी भी जनता को दी जाती है।
म्यूचुअल फंड कैसे चुनें : दोस्तो! आप पहले ये तय कर लें कि आपको किस फण्ड मे निवेश करना है। अगर आप मार्किट मे रिस्क उठाने के क्षमता रखते है तो ही आप फण्ड मे इन्वेस्ट करें। वैसे तो इसकी सीमा 5 वर्ष तक होती है ये ध्यान देने वाली बात है कि जितना लम्बा टाइम होता है उतना रिस्क भी ज़्यादा होता है। अगर आप कम रिस्क ले सकते है तो आप हाइब्रिड फंड और डेट फंड मे से किसी एक मे निवेश कर सकते है।
म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें :
आपको सबसे पहले KYC करानी होगी, ये आपके पहचान के लिए होती है। इस प्रक्रिया में पहचान और पते के दस्तावेज़, जैसे आधार और पैन कार्ड जमा करना शामिल है। पैसाबाज़ार में KYC प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है। आपका KYC पूरा होने पर आपको म्यूचुअल फंड चुनने और भुगतान के लिए आवेदन करना होगा