आज के भागम भाग ज़िंदगी मे जहाँ लोग आने बेहतर भविष्य के लिए अपने घर से दूर ,दूसरे सिटीज़ मे जाकर पढाई और फिर जॉब की तलाश करते है। इन सभी लोगों के साथ एक आम समस्या होती है इनके सुरक्षित और अच्छे घर की जहाँ लोग दिन भर थक हार कर जब आए तो आराम से रह सकें और खाना खा सकें। ये समस्या तब और बड़ी हो जाती है जब कोई लड़की दूसरे शहर जाकर अपनी पढ़ाई करती है और कोई नौकरी करती है। ऐसे मे इन लोगों को रहने खाने के लिए हॉस्टल या फिर पीजी का सहारा लेना पड़ता है । हॉस्टल और पीजी की लगातार मांग बढ़ती जा रही है । अगर आप भी इस तरह के बिज़नेस को करने की सोच रहे है तो हम आजक लेख आपके लिए लाये है, आइये जानते है कि एक पी. जी. या हॉस्टल खोलने के लिए क्या क्या करना होता है।
★ क्या है हॉस्टल या पीजी :—
जब भी हम किसी बिज़नेस के बारे मे बात करते है तो हमें उसको स्टार्ट करने से पहले हमें उसके बारे मे पूरी तरीक़े से जान लेना चाहिए। ऐसे ही हम यहाँ हॉस्टल या पीजी के बारे मे जानते है जिससे हमको करने मे किसी भी तरह की कोई भी प्रॉब्लम न हो।
” पीजी या हॉस्टल वो स्थान है, जहां पढ़ाई करने वाले छात्रों या नौकरी करने वालो को उनके बजट में रहने और खाने की बेहतरीन और सामूहिक सुविधा मिलती है. हॉस्टल और पीजी में एक बड़ा फर्क होता है ”
● हॉस्टल किसी बड़े जगह में खोला जाता है, जहां एक साथ कई लोगों के लिए रुम और खाने का प्रबंध होता है।
● पीजी यानी पेइंग गेस्ट की जगह सीमित होता है. यहां किसी मकान में ही लोग परिवार या समूह में निवास करते हैं यहां रहने वाले लोगों की संख्या सीमित होती है।
★ पी. जी. और हॉस्टल के प्रकार :—
हॉस्टल या पीजी के मुख्यतः तीन प्रकार के होते है।
● ऐसे हॉस्टल/पीजी जहां सिर्फ लड़के रहते हैं ।
● दूसरा ऐसे हॉस्टल/पीजी यहां सिर्फ लड़कियां रहती है ।
● तीसरा ऐसे होते है जहाँ दोनों लड़के और लड़कियां होते है। एक ही कैंपस मे मगर दोनों की बिल्डिंग अलग अलग होती है।
★ एक अच्छी जगह का चुनाव करें :—
जब हम हॉस्टल/पीजी स्टार्ट करते है तो इस बिज़नेस मे सारा खेल जगह की है। क्योंकि हम जगह अगर सही और सही जगह पे होना चाहिए। ये ध्यान रहें कि जिनके लिए हम हॉस्टल/पीजी खोल रहे है उनके लिए वहाँ से सारी सुविधायें पास मे है कि नही। जी हाँ! हॉस्टल/पीजी हम स्टूडेंट्स या जॉब करने वाले लोगों के लिए खोलते है तो हमको ये ध्यान देना होगा जिससे उनके कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग या इंस्टीट्यूट करीब हो, इसलिए ऐसे संस्थानों के आसपास ही हॉस्टल शुरु करना ज्यादा बेहतर होता है
जबकि पीजी में ज्यादातर जॉब वाले ही रहते हैं, इसलिए इसके लिए आप ऐसे जगह का चयन करें जहां से कहीं आना जाना आसान हो. विशेष तौर से इस बात का ध्यान रखें कि पीजी के आसपास से ही ऑटो, बस वगैरह मिलते हो
★ हॉस्टल और पीजी के व्यापार में खर्च :—
जब आप पीजी/हॉस्टल का बिज़नेस स्टार्ट कर रहे है तो इसमें बिल्डिंग का बहुत ध्यान देना ज़रूरी है। बिल्डिंग मे रहने की सुविधा जिसमें सफ़ाई ,हवादार कमरे, साफ सुथरे बाथरूमस और बालकनी ,पार्किंग जैसी सुविधाओं की व्यवस्था हो। बिस्तरों की कमरे की लंबाई चौड़ाई के हिसाब से डबल बेड या ट्रिपल बेड को एडजस्ट किया जाता है।
कई छात्र एकाग्रता के लिए सिंगल रुम की डिमांड करते हैं इसके लिए वो अलग से पैसे खर्च करने को तैयार रहते हैं, इसलिए आपको एकाध सिंगल रुम भी रखने पड़ते हैं
पीजी के लिए आपको कमरों को व्यवस्थित करना पड़ेगा. पीजी में रहने वाले अक्सर अटैच और सेपरेट बाथरुम की मांग करते हैं, इसका आपको ध्यान रखना होगा पीजी में रहने वाले शांतिपूर्ण माहौल चाहते हैं, आपको इस पर विशेष ध्यान देना होता है.
★ हॉस्टल/पीजी के लिए सेटअप :—–
शानदार हॉस्टल के लिए आपको कैंपस को कई एरिया में बांटना होता है जैसे रहना, खाना, किचेन, बाथरुम, रिसेप्शन एरिया और प्ले ग्राउंड अगर जगह उपलब्ध हो तो लाइब्रेरी की व्यवस्था भी कर सकते हैं।
हॉस्टल/पीजी के लिए उसमें रहने वाले लोग ही उसके ग्राहक होते हैं और हॉस्टल/पीजी जितनी ज्यादा आकर्षित बनाएंगे उसमें रहने के लिए उतने लोग आपके पास आना चाहेंगे। आइये जानते है कि हम कौन कौन सी ऐसी सुविधाएं है जिनको यदि स्टूडेंट्स या जॉब वालों को दे तो हमारा बिज़नेस ज्यादा से ज्यादा चलेगा।
★ बिस्तर :—
अक्सर हॉस्टल्स/पीजी मे रहने वालों की ये शिकायत होती है कि उनको अच्छा बिस्तर नही मिलता है। आपको अच्छे बिस्तर की व्यवस्था करनी होगी। आप मौसम के अनुसार भी बिस्तर बनवा सकते है। गर्मी मे गद्दे और चादर और ठंडी मे रजाई, कम्बल और गद्दो कि व्यवस्था करें। आप दोनों बेड्स सिंगल और डबल्स दोनों को रहने वाले लोगो की डिमांड को देखते हुए कर सकते है। अगर बिल्डिंग मे हाल है तो आप वहाँ डबल डेकर बेड भी लगा सकते हैं
★ लॉकर्स :—-
अब हॉस्टल/पीजी मे जो लोग रहने आएंगे उनके लिए आपको लाकर्स की भी व्यवस्था करनी होगी। क्योंकि उनके साथ साथ क़ीमती समान भी होंगें और जब आप उनको लाकर्स देंगे तो वो उनमें अपने सामान को रखेंगें। ऐसी जगहों पे अक्सर लोगों का सामान गुम होने का खतरा रहता है इसके लिए हर छात्र का अपना एक लॉकर होना आवश्यक है, जिसमें वो अपने सारे सामानों को कायदे से सुरक्षित रख सकें. इन लॉकरों की दो चाबी रखें. एक छात्र के पास और दूसरा हॉस्टल प्रबंधन के पास चाबी खो जाने की स्थिति में दूसरी चाबी काम आ जाती है
★ भोजन :—
हॉस्टल/पीजी में रहने के बाद सबसे ज़्यादा अगर कोई चीज़ ज़रूरी है तो वो है खाना। अब वहाँ रहने वाले छात्रों के पास इतना वक्त नहीं होता कि वो पढ़ाई लिखाई के बाद अपने लिए भोजन बना सकें इसके लिए आपको खाना बनाने वाले कुक्स की जरुरत पड़ सकती है। इसलिए इसका भी इंतज़ाम आपको ख़ुद से ही करना होगा और उनको बनवा कर देना होगा। इससे आपके ही बिज़नेस का प्रचार प्रसार होगा। खाना भी रोज़ सादा और स्वादिष्ट ही होना चाहिए। आपको दोनों तरह के खाना बनवाना होगा। मांसाहारी और शाकाहारी। आपका खाना बनाने ही छात्रों/जॉब वालों को लंबे टाइम तक रोके रख सकते है नही तो वो कहि और भी चले जायेंगे। रोज के हिसाब से खाने का मेनू तैयार करवाये।
★ इंटरनेट :
चाहे वो स्टूडेंट्स हो या जॉब करने वाले दोनों की ये डिमांड होती है कुछ हो या न हो उस हॉस्टल/पीजी मे इंटरनेट की भी सुविधा ज़रूर होनी चाहिए। क्योंकि आज कल सभी के पास स्मार्टफोन और लैपटॉप है। सभी को इंटरनेट की ज़रूरत है। तो अगर आप ये सुविधा उनको देंगे तो आपका ही हॉस्टल/पीजी अच्छा चलेगा और आप ज़्यादा पैसे कमाएंगे।
★ मार्केट रिसर्च जरुरी :——-
आप जिस बिज़नेस को करने जा रहे है ज़रूरी ये है कि आप सबसे पहले उसके बारे मे आप पहले से ही मार्किट रिसर्च कर लें। आप पता लगाएं की आपके हॉस्टल/पीजी की बिल्डिंग के पास कितने कॉलेजेस,कोचिंग, यूनिवर्सिटी है,ऑफिस, कंपनी जहाँ से स्टूडेंट्स को आने जाने मे कोई दिक्कत न हो। वहाँ कितने होस्टल पहले से स्टार्टस है, वहाँ से मैन रोड और मैन मार्किट कितनी दूर है।
★ विज्ञापन का महत्व :—-
किसी भी नए बिज़नेस को स्टार्ट करने के बाद सबसे ज़रूरी काम होता है उसका प्रचार प्रसार करना, लोगों को बताना अपने बिज़नेस के बारे मे। ज़रूरी बात ये है कि अगर सही जगह और सही मार्किट मे अगर हम अपने बिज़नेस का प्रचार होना चाहिए। हॉस्टल/पीजी के विज्ञापन के लिए हम इलाके के स्कूल, यूनिवर्सिटी, कॉलेज और कोंचिग संस्थानों के बाहर बैनर या पोस्टर लगवा सकते हैं। आज के दौर में सोशल मीडिया का भी काफी महत्व है आप चाहें तो अपने हॉस्टल के नाम से फेसबुक पेज वाट्सएप, इंस्टाग्राम पे भी अपना प्रचार कम लागत मे ज़्यादा करवा सकते है।
★ मैन पावर कितनी लगेगी :—
हॉस्टल या पीजी का बिज़नेस कोई एक आदमी नही कर सकता है, इसको करने के लिए आपको स्टाफ़ की ज़रूरत पड़ेगी। आपको :—
● सिक्योरिटी गार्ड,
● रिसेप्शनिस्ट,
● एक कुक,
● एक हेल्पर,
● दो सफाई कर्मचारी,
● एक पिउन
● एक केयर टेकर
की नियुक्ति करनी पड़ती है अगर आपकी किस्मत अच्छी है तो आपको मेहनती कर्मचारी मिल सकते हैं जो आपके व्यापार को उंचाई पर पहुंचा सकते हैं
★ रूम देने के लिए डॉक्यूमेंट्स चेक करें :–
आप जिस छात्र या व्यक्ति को अपने हॉस्टल या पीजी में रख रहे हैं तो उसके सभी कागजातों की अच्छी तरह से जांच कर लें कोशिश करें कि उनके अभिभावकों से भी संपर्क कर लें या फिर वेरिफिकेशन भी करवा लें सुरक्षा की दृष्टि से ये बेहद महत्वपूर्ण बात है गलती से भी इस तथ्य को इग्नोर न करें. ईश्वर न करें, अगर कोई घटना हो गई तो आप भी नाहक में फंस जाएंगे, इसलिए कागजी कार्यवाही में कोताही न बरतें
किसी को भी अपने पीजी या हॉस्टल में रुम देने से पहले उसके पहचान पत्र, आधार, फोटो वगैरह ले लें और उसकी एक अलग फाइल बना लें एक फाइल में सभी रहने वालों की पूरी जानकारी रहने से आपको सुविधा होगी
★ रुम लेने और खाली कराने की प्रक्रिया :—
किसी भी नए व्यक्ति को कमरा देने से पहले उससे बतौर सिक्योरिटी एक महीने का किराया एडवांस लें इससे यह होगा कि वो व्यक्ति अगर किसी कारणवश आपको समय से किराया न दे पाए तो वहां एडवांस में मिले पैसे से ही किराया वसूल कर लें। अगर आप किसी से अपना कमरा खाली करवाना चाहते हैं तो उसे एक महीना पहले ही नोटिस जारी कर दें हॉस्टल में रहने वाला कोई व्यक्ति भी रुम खाली करना चाहता है तो उसे भी हॉस्टल प्रबंधन को एक महीना पहले सूचित करना होगा हॉस्टल में आने के दौरान ही इस नियम की सख्त हिदायत दे दें इससे आपको कमरे में रखने के लिए किसी का इंतजार नहीं करना होगा। अगर आप अपने हॉस्टल या पीजी के व्यापार को लेकर गंभीर हैं और इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आपको नियमित रुप से अपने हॉस्टल में जाना होगा वहां रहने वालों की समस्याओं और परेशानियों को सुनना होगा और यथासंभव, यथाशीघ्र इसका निपटारा करना होगा इससे आपकी विश्वसनीयता बनेगी और आपके हॉस्टल और पीजी का व्यापार निरंतर सफलता की ओर अग्रसर होता जाएगा
★ लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन :—
बहुत सारे जगहों पर देखा जाता है कि लोग लाखों रुपये निवेश कर हॉस्टल और पीजी तो खोल लेते हैं पर उसके लिए लाइसेंस और परमिशन नहीं लेते. जागरुक अभिभावक या छात्र ऐसे हॉस्टल में रहना पसंद नहीं करते, इसलिए बेहतर होगा कि आप सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपने हॉस्टल और पीजी का रजिस्ट्रेशन करा लें.
● ट्रेड लाइसेंस :
ट्रेड लाइसेंस वो दस्तावेज है जो सरकार की ओर से जारी किया जाता है. इस लाइसेंस का आशय होता है कि सरकार आपको यह अनुमति दे रही है कि आप अपना व्यापार जारी रखें
● एफएसएसएआई :
आप अपने हॉस्टल में रहने वालों को बेहतर भोजन वगैरह मुहैया करवा रहे हैं या नहीं ! आपके हॉस्टल में बनने वाले खाने की क्वालिटी कैसी है, इसके लिए एफएसएसएआई आवेदन देकर लाइसेंस प्राप्त करना होता है यह लाइसेंस आपको स्थानीय खाद्य सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जांच के उपरांत निर्गत की जाती है
● एनओसी :
एनओसी यानी अनापत्ति प्रमाण पत्र. एनओसी नगर निकायों की ओर से जारी होने वाला दस्तावेज है इसमें आपको स्थानीय पुलिस थाने को अपने व्यवसाय की सूचना और उसकी चौहद्दी और परिसर की संपूर्ण जानकारी से अवगत कराना होता है पुलिस विभाग द्वारा साधारण से जांच और आपके द्वारा दी गई जानकारी से मिलान कर आपको एनओसी सौंप दिया जाता है