Skip to content

THE GYAN GANGA

Know Everythings

  • Home
  • Health
  • Knowledge
  • Biography
  • Tourist Place
  • WEIGHT LOSS
  • Home Remedies
  • Politics
  • Toggle search form
  • राष्ट्रीय मानवअधिकार में शिकायत कैसे करे Knowledge
  • Marshmallow Root for your health Anxiety
  • द राइज ऑफ द खमेर रूज | Khmer Rouge killing in Cambodia
    द राइज ऑफ द खमेर रूज | Khmer Rouge killing in Cambodia History
  • बालों को चिकना और मुलायम कैसे बनाये
    बालों को चिकना और मुलायम कैसे बनाये Home Remedies
  • Discover Barbara Walters Quotes Quotes
  • Discover Inspiring Charles Dudley Warner Quotes Quotes
  • हैदर अली के बारे मे जानकारी
    हैदर अली के बारे मे जानकारी Biography
  • मंदिर पर फैसला आज : मंदिर  या मस्जिद
    मंदिर पर फैसला आज : मंदिर या मस्जिद Uncategorized
George Fernandes Biography in Hindi | जॉर्ज फर्नांडिस की जीवनी

George Fernandes Biography in Hindi | जॉर्ज फर्नांडिस की जीवनी

Posted on October 21, 2019April 8, 2024 By admin No Comments on George Fernandes Biography in Hindi | जॉर्ज फर्नांडिस की जीवनी

वाजपेयी सरकार के दौरान जॉर्ज फर्नांडिस देश के रक्षामंत्री थे। जॉर्ज फर्नांडीस सत्ता में रहे या विपक्ष में, हमेशा बेझिझक अपनी बात कहते रहे। पूर्व ट्रेड यूनियन नेता, राजनेता, पत्रकार, कृषिविद फर्नांडीस जनता दल के प्रमुख सदस्य भी थे। उन्होंने ही समता पार्टी की स्थापना की थी। अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने रेलवे, उद्योग, रक्षा, संचार जैसे अहम मंत्रालय संभाले।

★ जॉर्ज का जन्म और उनका बचपन ::::::::::::

जॉर्ज फर्नांडीस का जन्‍म 3 जून 1930 को मैंगलोर के मैंग्‍लोरिन-कैथोलिक परिवार में हुआ था। वे अपने भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। इनके माता का नाम एलीस मार्था फर्नांडिस और पिता का नाम जॉन जोसफ फर्नांडिस था। परिवार के नजदीकी सदस्‍य इन्‍हें ‘गैरी’ कहकर बुलाते थे।

★ जॉर्ज की पढ़ाई लिखाई ::::::::

इन्‍होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा मैंगलौर के स्‍कूल से पूरी की। इसके बाद मैंगलौर के सेंट अल्‍योसिस कॉलेज से अपनी 12वीं कक्षा पूरी की। घर की पारम्परा के अनुसार उन्हे 16 वर्ष की आयु में बैंगलोर के सेंट पीटर सेमिनरी में धार्मिक शिक्षा के लिए भेजा गया। 19 वर्ष की आयु में वे सेमिनरी छोड़ भाग गए और मैंगलौर के रोड ट्रांसपोर्ट कंपनी तथा होटल एवं रेस्‍तरां में काम करने लगे।

★ जॉर्ज का काम धाम ::::::::

1949 में जॉर्ज मैंगलोर छोड़ मुम्बई काम की तलाश में आ गए। मुम्बई में इनका जीवन बहुत कठिनाइयों से भरा रहा। एक समाचारपत्र में प्रूफरीडर की नौकरी मिलने से पहले वे फुटपाथ पर रहा करते थे और चौपाटी स्‍टैंड की बेंच पर सोया करते थे लेकिन रात में ही एक पुलिस वाला आकर उन्‍हें उठा देता था जिसके कारण उन्‍हें जमीन पर सोना पड़ता था।

★ जॉर्ज का राजनीतिक जीवन ::::::::::::::::

1950 में वे राममनोहर लोहिया के करीब आए और उनके जीवन से काफी प्रभावित हुए। उसके बाद वे सोशलिस्‍ट ट्रेड यूनियन के आन्दोलन में शामिल हो गए। इस आन्दोलन में उन्‍होंने मजदूरों, कम पैसे में कम्पनियों में काम करने वाले कर्मचारियों तथा होटलों और रेस्तरांओं में काम करने वाले मजदूरों के लिए आवाज उठाई। इसके बाद वे 1950 में श्रमिकों की आवाज बन गए।इंदिरा गांधी द्वारा चुनावों की घोषणा के साथ ही इमरजेंसी का अंत हो गया. फर्नांडिस ने 1977 का लोकसभा चुनाव जेल में रहते हुए ही मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से रिकॉर्ड मतों से जीता. जनता पार्टी की सरकार में वे उद्योग मंत्री बनाए गये. बाद में जनता पार्टी टूटी, फर्नांडिस ने अपनी पार्टी समता पार्टी बनाई और भाजपा का समर्थन किया. फर्नांडिस ने अपने राजनीतिक जीवन में कुल तीन मंत्रालयों का कार्यभार संभाला – उद्योग, रेल और रक्षा मंत्रालय. पर वे इनमें से किसी में भी बहुत सफल नहीं रहे. कोंकण रेलवे के विकास का श्रेय उन्हें भले जाता हो लेकिन उनके रक्षा मंत्री रहते हुए परमाणु परीक्षण और ऑपरेशन पराक्रम का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को ही दिया गया. रक्षामंत्री के रूप में जॉर्ज का कार्यकाल खासा विवादित रहा. ताबूत घोटाले और तहलका खुलासे से उनके संबंध के मामले में जॉर्ज फर्नांडिस को अदालत से तो क्लीन चिट मिल गई लेकिन यह भी सही है कि लोगों के जेहन में यह बात अब तक बनी हुई है कि जॉर्ज फर्नांडिस के रक्षा मंत्री रहते ऐसा हुआ था. उनके कार्यकाल के दौरान परिस्थितियां इतनी खराब हो चली थीं कि मिग-29 विमानों को ‘फ्लाइंग कॉफिन’ कहा जाने लगा था. लेकिन एक तथ्य यह भी है कि जॉर्ज भारत के एकमात्र रक्षामंत्री रहे जिन्होंने 6,600 मीटर ऊंचे सियाचिन ग्लेशियर का 18 बार दौरा किया था. जॉर्ज के ऑफिस में हिरोशिमा की तबाही की एक तस्वीर भी हुआ करती थी. रक्षामंत्री रहते हुए जॉर्ज के बंगले के दरवाजे कभी बंद नहीं होते थे और वे किसी नौकर की सेवा नहीं लेते थे, अपने काम स्वयं किया करते थे.

★ देश की सबसे बड़ी हड़ताल

1973 में जॉर्ज फर्नांडिस ‘ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन’ के चेयरमैन चुने गए. इंडियन रेलवे में उस वक्त करीब 14 लाख लोग काम किया करते थे. यानी भारत कुल संगठित क्षेत्र के करीब सात फीसदी. रेलवे कामगार कई सालों से सरकार से कुछ जरूरी मांगें कर रहे थे. पर सरकार उन पर ध्यान नहीं दे रही थी. ऐसे में जॉर्ज ने आठ मई, 1974 को देशव्यापी रेल हड़ताल का आह्वान किया. रेल का चक्का जाम हो गया. कई दिनों तक रेलवे का सारा काम ठप्प रहा. न तो कोई आदमी कहीं जा पा रहा था और न ही सामान. पहले तो सरकार ने इस ध्यान नहीं दिया. लेकिन यह यूनियनों का स्वर्णिम दौर था. कुछ ही वक्त में इस हड़ताल में रेलवे कर्मचारियों के साथ इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स, ट्रांसपोर्ट वर्कर्स और टैक्सी चलाने वाले भी जुड़ गए तो सरकार की जान सांसत में आ गई. ऐसे में उसने पूरी कड़ाई के साथ आंदोलन को कुचलते हुए 30 हजार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें जॉर्ज फर्नांडिस भी शामिल थे. इस दौरान हजारों को नौकरी और रेलवे की सरकारी कॉलोनियों से बेदखल कर दिया गया. कई जगह तो आर्मी तक बुलानी पड़ी. इस निर्ममता का असर दिखा और तीन हफ्ते के अंदर हड़ताल खत्म हो गई. लेकिन इंदिरा गांधी को इसका हर्जाना भी भुगतना पड़ा और फिर वे जीते-जी कभी मजदूरों-कामगारों के वोट नहीं पा सकीं. हालांकि इंदिरा गांधी ने गरीबी और देश में बढ़ती मंहगाई का हवाला देकर अपने इस कदम के बचाव का प्रयास किया. उन्होंने हड़ताल को देश में बढ़ती हिंसा और अनुशासनहीनता का उदाहरण बताया. बाद में आपातकाल को सही ठहराने के लिए भी वे इस हड़ताल का उदाहरण दिया करती थीं.

● आपातकाल में मछुआरा, साधु और सिख बने जॉर्ज

आपातकाल लगने की सूचना जॉर्ज को रेडियो पर मिली. उस वक्त वे उड़ीसा में थे. उनको पता था, सबसे पहले निशाने पर होने वालों में वे भी शामिल हैं. इसलिए वे पूरे भारत में कभी मछुआरे के तो कभी साधु के रूप में घूमते फिरे. आखिर में उन्होंने अपनी दाढ़ी और बाल बढ़ जाने का फायदा उठाते हुए एक सिख का भेष धरा और भूमिगत होकर आपातकाल के खिलाफ आंदोलन चलाने लगे. तमाम सुरक्षा एजेंसियों के पीछे पड़े होने के बावजूद उन्हें पकड़ा नहीं जा सका. जबकि वे गुप्त रूप से बहुत सक्रिय थे. 15 अगस्त को उन्होंने जनता के नाम एक अपील भी जारी की. जिसमें सभी पार्टियों के बड़े नेताओं के जेल में बंद होने के चलते आंदोलन जारी रखने के लिए अलग-अलग स्तर पर नए नेतृत्व को गढ़ने की अपील की गई थी. जॉर्ज फर्नांडिस मानते थे कि अहिंसात्मक तरीके से किया जाना वाला सत्याग्रह ही न्याय के लिए लड़ने का एकमात्र तरीका नहीं है. उन्हें यह लग रहा था कि आपातकाल के खिलाफ शुरुआत में संघर्ष करने वाले संगठन अपने नेताओं की गिरफ्तारी से डर गए हैं और लड़ना नहीं चाहते. इसीलिए जो नेता बाहर बचे हैं वे मीटिंग करने के सिवाए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं.

★ जॉर्ज का निधन

जॉर्ज फर्नांडिस का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार 29 जनवरी 2019 को दिल्ली में उनका निधन हो गया। वे 88 वर्ष के थे।

 

Biography

Post navigation

Previous Post: ज्योति बासु की जीवनी और उनसे जुड़े कुछ रोचक तथ्ये | jyoti basu biography in hindi
Next Post: सर्गी ब्रिन: गूगल के जनक | Sergey Brin Biography

Related Posts

  • James Clerk Maxwell Biography
    James Clerk Maxwell Biography Biography
  • Pema Khandu biography in hindi | पेमा  खांडू के जीवनी
    Pema Khandu biography in hindi | पेमा खांडू के जीवनी Biography
  • बाबा भीमराव अंबेडकर: संविधान के निर्माता
    बाबा भीमराव अंबेडकर: संविधान के निर्माता Biography
  • ★ चाणक्य का वीर योद्धा :::: चन्द्रगुप्त मौर्य
    ★ चाणक्य का वीर योद्धा :::: चन्द्रगुप्त मौर्य Biography
  • chandra shekhar azad Biography in hindi
    chandra shekhar azad Biography in hindi Biography
  • माइकल  फेल्प्स  का  जीवन  परिचय
    माइकल फेल्प्स का जीवन परिचय Biography

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


  • Home
  • Health
  • Knowledge
  • Biography
  • Tourist Place
  • WEIGHT LOSS
  • Home Remedies
  • Politics
  • Home
  • Health
  • Knowledge
  • Biography
  • Tourist Place
  • WEIGHT LOSS
  • Home Remedies
  • Politics
  • Best Motivational Quotes
    Best Motivational Quotes Quotes
  • Fatty Liver me Kya Khaye Kya na Khaye | फैटी लीवर में क्या खाए क्या नहीं
    Fatty Liver me Kya Khaye Kya na Khaye | फैटी लीवर में क्या खाए क्या नहीं Health
  • ■ साहिर लुधयानवी का जीवन परिचय ■
    ■ साहिर लुधयानवी का जीवन परिचय ■ Biography
  • Best Quotes of Mahatma Gandhi Life Quotes
  • ★ गुड़ खाने के फायदे : हर बीमारी का रामबाण इलाज़ :–
    ★ गुड़ खाने के फायदे : हर बीमारी का रामबाण इलाज़ :– Health
  • Bilberry Benefits Weight Loss Fruit
  • Jamun Se Hone wale fayde : जामुन के बीज से डायबिटीज का इलाज कैसे करें?
    Jamun Se Hone wale fayde : जामुन के बीज से डायबिटीज का इलाज कैसे करें? Health
  • Discover Quotable Wisdom from Douglas Adams Quotes

Copyright © 2025 THE GYAN GANGA.

Powered by PressBook News WordPress theme