★ वाशिंगटन का प्रारंभिक जीवन ★
जॉर्ज वाशिंगटन का जन्म 20 जुलाई, 1749 को वर्जीनिया मे हुआ था। जार्ज वाशिंगटन का जन्म अमेरिका में हुआ था जो उस समय अंग्रेजों का ग़ुलाम था । जार्ज वाशिंगटन के पिता ऑगस्टिन वाशिंगटन के पास अच्छी ज़मीन थी और वो एक बागान मालिक थे। दुर्भाग्यवश जब जार्ज 11 वर्ष के थे, तो उनके पिता की मृत्यु हो गई। लेकिन इसके बाद उनका पालन-पोषण उनके बड़े भाई लॉरेंस द्वारा किया गया।
लॉरेंस ने अपने छोटे भाई को बड़ी अच्छी तरह से पाला पोसा और उसे एक अच्छा इंसान बनना सिखाया। लॉरेंस अपने छोटे भाई वाशिंगटन को मूलभूत विषयों की शिक्षा देने के लिए तत्पर था।जिनमें गणित भी शामिल था।
★ वाशिंगटन का निजी जीवन ★
उन्होंने मार्था नाम की महिला से शादी की जो कि एक विधवा थी। मार्था को अपने पहले पति से बहुत बड़ी जायदाद प्राप्त हुई थी। इसी समय दौरान वाशिंगटन को पालने वाले उनके भाई लॉरेंस की भी मृत्यु हो गई थी और उन्होंने भी उनके लिए एक बड़ी जायदाद छोड़ी । वाशिंगटन अपनी पत्नी के साथ अपने नए घर में सिफ्ट हो गए जिसे अब ‘Mount Vernon’ के नाम से जाना जाता है।
जॉर्ज और मार्था के कभी भी अपना कोई बच्चा नहीं हुआ। मार्था को पहले पति से जो 2 बच्चे थे, बस वही थे जिसे जॉर्ज वाशिंगटन अपने बेटे कहते थे।
★ वाशिंगटन का काम काज़ी जीवन ★
जब जॉर्ज 16 साल के हुए तब वो एक सर्वेक्षक के रूप में काम करने लगे।उसके बाद वो अमेरिका की सेना मे भर्ती हो गए । उन्होंने चर्च, काउंटी एवं सेना में कई पद संभाला। 6 नवम्बर, 1752 को उनको सेना मे मेजर पद मिला। सेना से निकलने के बाद वे 24 जुलाई, 1758 को वे वर्जीनिया के प्रतिनिधी चुने गये.
यह उनकी महत्वपूर्ण सफलता थी, उसके बाद 1761 में उन्होंने दक्षिण राज्यों की 1887 मील लम्बी यात्रा घोड़ागाड़ी से तय की. वाशिंगटन ने 1774 के ऐतिहासिक फिलाडेल्फिया सम्मेलन में वर्जीनिया का प्रतिनिधित्व किया था. 16 जून, 1775 में उत्तराज्यों की संयुक्त सेनाओं के री अमेरिका के प्रधान चुने गये, तत्पश्चात् नौवर्षीय युध्द में उन्होंने अंग्रेजी सेना के छक्के छुड़ा दिए और संयुक्त राज्यों की आज़ादी मे बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया। 4 जुलाई, 1776 उन्होंने अंग्रेजों से अमेरिका को आजाद करा लिया।
★ वाशिंगटन का अमेरिका का राष्ट्रपति बनना ★
28 मई, 1787 को वे फेडरल-सम्मेलन (फिलाडेल्फिया) के अध्यक्ष बनाये गये. जॉर्ज वाशिंगटन ने 17 सितंबर, 1787 को संविधान प्रारूप पर हस्ताक्षर किये. 30 अप्रेल, 1789 को अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में पदग्रहण किया. 4 जुलाई, 1798 को जॉर्ज वाशिंगटन लेफ्टिनेंट जनरल और प्रधान सेनापति नियुक्त हुए.
जॉर्ज वाशिंगटन अपने जीवन काल मे दो बार राष्ट्रपति बने और उनका दोनों कार्यकाल बहुत ही शांति और सफलता पूर्वक बिता । इस समय में जॉर्ज वाशिंगटन ने अमेरिकी राष्ट्रपति की कई भूमिकाएँ और प्रथाओं की स्थापना की जो कि आज भी जारी हैं। उन्होंने संविधान के अनुसार अमेरिकी सरकार का गठन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दो बार राष्ट्रपति बनने के बाद जॉर्ज खुद इस पद से हट गए और यह नियम तय किया कि कोई भी व्यक्ति दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति नहीं रह सकता। यह उन्होंने इसलिए किया था क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि कोई व्यक्ति लंबे समय तक इस पद पर रहने से शक्तिशाली बन जाए और फिर एक राजा या तानाशाह की तरह अपना शासन शुरू कर दे।
★ जॉर्ज वाशिंगटन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य ★
1. जॉर्ज अमेरिका के इकलौते राष्ट्रपति है जो सर्वसम्मति से इस पद के लिए चुने गए। यानि कि बाकी सभी पार्टियों ने भी उनके लिए वोट किया था।
2. अमेरिका की वर्तमान राजधानी ‘Washington D.C.’ का नाम जॉर्ज वाशिंगटन के नाम के ऊपर रखा गया है लेकिन वो कभी इसमें राष्ट्रपति के रूप में नहीं रहे। क्योंकि उनके समय न्यूयॉर्क सिटी अमेरिकी की राजधानी थी।
3. जॉर्ज वाशिंगटन ने अपनी वसीयत में अपने गुलामों को आज़ाद कर देने की घोषणा की थी।
★ वाशिंगटन का निधन ★
14 दिसंबर, 1799 को इस महान स्वतन्त्रता सेनानी तथा स्वाधीन अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति की मृत्यु हो गई.
जॉर्ज वाशिंगटन संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति होने से पहले अमेरिका के महान सेनानी के रूप में अधिक याद किये जाते हैं. उनको अमेरिका का ‘ राष्ट्रपिता ‘ भी माना जाता